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वन परिक्षेत्र में पत्थरों का अवैध उत्खनन, अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप

सिरपुर निगम मंडल आरंग के कक्ष क्रमांक 812 लहंगर पीढ़ी बांध के पहाड़ियों के पास पत्थरों का अवैध उत्खनन हो रहा है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की, लेकिन जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है.

stones Illegal excavation in Mahasamund
अवैध उत्खनन
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Published : Oct 5, 2020, 6:01 PM IST

महासमुंद: वन परिक्षेत्र के जंगलों में पत्थरों का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से चल रहा है, जिससे लाखों रुपये का नुकसान शासन को हो रहा है. इसके बावजूद वन विभाग जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करने में लगा हुआ है.

वन परिक्षेत्र में पत्थरों का अवैध उत्खनन

दरअसल, सिरपुर निगम मंडल आरंग के कक्ष क्रमांक 812 लहंगर पीढ़ी बांध के पहाड़ियों के पास पत्थरों का अवैध उत्खनन हो रहा है. माफिया तस्करों ने जेसीबी मशीन का इस्तेमाल कर लाखों रुपये का पत्थर निकाल लिया है. इसकी शिकायत ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधि से की, तब जाकर इस अवैध उत्खनन का खुलासा हुआ.

पढ़ें : बलरामपुर रेप केस: मंत्री डहरिया के बयान से गुस्से में न्यायधानी की बेटियां, कहा- राजनीति न करें

पत्थर की कीमत लगभग 7 से 8 रुपये

यहां के वन क्षेत्रों में कीमती पत्थर की खान है. इस पत्थर का इस्तेमाल बड़े-बड़े बांध और अन्य कार्यों में पीचिंग के उपयोग में किया जाता है. इन वन क्षेत्र के पहाड़ी के नीचे से निकलने वाले एक पत्थर की कीमत लगभग 7 से 8 रुपये है. एक हाइवा की कीमत लगभग 20 से 25 हजार रुपये तक हो जाती है. इस वन क्षेत्र में जेसीबी से पत्थर निकालने के कारण जगह-जगह गड्ढे हो गये हैं. इस पूरे मामले में जनप्रतिनिधि जहां वन विभाग पर माफिया तस्कर से मिली भगत कर अवैध उत्खनन कराने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं वन विभाग के आला अधिकारी कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.

महासमुंद: वन परिक्षेत्र के जंगलों में पत्थरों का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से चल रहा है, जिससे लाखों रुपये का नुकसान शासन को हो रहा है. इसके बावजूद वन विभाग जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करने में लगा हुआ है.

वन परिक्षेत्र में पत्थरों का अवैध उत्खनन

दरअसल, सिरपुर निगम मंडल आरंग के कक्ष क्रमांक 812 लहंगर पीढ़ी बांध के पहाड़ियों के पास पत्थरों का अवैध उत्खनन हो रहा है. माफिया तस्करों ने जेसीबी मशीन का इस्तेमाल कर लाखों रुपये का पत्थर निकाल लिया है. इसकी शिकायत ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधि से की, तब जाकर इस अवैध उत्खनन का खुलासा हुआ.

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पत्थर की कीमत लगभग 7 से 8 रुपये

यहां के वन क्षेत्रों में कीमती पत्थर की खान है. इस पत्थर का इस्तेमाल बड़े-बड़े बांध और अन्य कार्यों में पीचिंग के उपयोग में किया जाता है. इन वन क्षेत्र के पहाड़ी के नीचे से निकलने वाले एक पत्थर की कीमत लगभग 7 से 8 रुपये है. एक हाइवा की कीमत लगभग 20 से 25 हजार रुपये तक हो जाती है. इस वन क्षेत्र में जेसीबी से पत्थर निकालने के कारण जगह-जगह गड्ढे हो गये हैं. इस पूरे मामले में जनप्रतिनिधि जहां वन विभाग पर माफिया तस्कर से मिली भगत कर अवैध उत्खनन कराने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं वन विभाग के आला अधिकारी कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.

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