महासमुंद: छत्तीसगढ़ में आज पीएससी की प्रारंभिक परीक्षा है. इस परिक्षा में कुल 1 लाख 93 हजार 60 परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिसमें महासमुंद जेल में बंद 4 विचाराधीन कैदी भी शामिल हुए हैं. जेल में बंद लखेश्वर साहू, खेमराज, गौरी शंकर केवट और चमन लाल जांगड़े भी पीएससी के प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होने आए हैं.
परीक्षा देने के लिए इन चारों ने न्यायालय से अनुमति मांगी थी. जिस पर न्यायालय ने अनुमति दी है. यह चारों गंभीर अपराध में विचाराधीन कैदी हैं. खेमराज और लखेश्वर ने जेल प्रशाशन से परीक्षा के लिए अनुमति मांगी थी, जबकि गौरीशंकर और चमन ने अपने-अपने वकील के माध्यम से परीक्षा दिलाने के लिए न्यायालय से गुहार लगाई थी.
परीक्षा देने पहुंचे आरोपी
न्यायालाय ने चारों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दे दी है. चारों आरोपियों को पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच परीक्षा सेंटर ले जाया गया है. जहां वे परीक्षा में शामिल हुए है. विचाराधीन कैदियों की परीक्षा की तैयारियों के लिए जेल प्रशासन ने पढ़ने की व्यवस्था की थी. सहायक जेल अधीक्षक मुकेश कुशवाहा उन्हें परीक्षा से संबंधित जानकारी दिया करते थे.
मुकेश कुशवाहा ने दी पढ़ाई के लिए गाइड लाइन
मुकेश कुशवाहा पीएससी परीक्षा दी थी, जिसके कारण इन कैदियों को पढ़ाई के लिए गाइड लाइन बहुत अच्छे से मिल पाई है. चारों कैदियों ने इसके लिए उन्हें धन्यवाद दिया है.
उनका कहना है कि हम गंभीर अपराध में विचाराधीन हैं पर हमें न्यायपालिका पर विश्वास है कि हमें इंसाफ मिलेगा.
डबल MA है कैदी चमन
वहीं कैदी चमन ने बताया कि वो डबल MA है और इससे पहले भी CGPSC की परीक्षा दे चुका है. चमन टीईटी स्टेट भी निकाल चुका है. उसने कहा कि मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. मुझे न्याय जरूर मिलेगा.
बता दें कि चमन और गौरीशंकर पर धारा 302 , खेमराज पर धारा 420 और लखेश्वर पर धारा 376 के तहत अपराध दर्ज है.