महासमुंद: जिले में लगातार पेड़ों की कटाई और बढ़ते पर्यावरणीय प्रदूषण को देखते हुए वन विभाग ने एक बड़ा फैसला लिया है. वन विभाग के पैसले का जिले के लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं. साथ ही लोगों ने वन विभाग को सहयोग देने की बात भी कही है.
20 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
जिले के वन विभाग ने इस साल जिले में 20 लाख नये पौधे रोपने का फैसला किया है. वन विभाग 20 लाख नये पौध रोपन का लक्ष्य निर्धारित करते हुए जिले के पांच बड़े नर्सरी केंद्र में इसके लिए नर्सरी तैयार करने में जुट गया है. जिले में 3 करोड़ 22 लाख रुपये की लागत से 50 प्रजाति के बेहरा, आम, अमरूद, कटहल, पीपल, बीजा, साजा, अर्जुन, शीशम, आंवला आदि की पौधे लगाये जाएंगे. वन विभाग बरसात शुरू होते ही पौध रोपन का काम शुरू कर देगा.
घर-घर जाकर लगाएंगे पौधे
वन विभाग ने पौध रोपन के लिए एक और योजना तैयार किया है. इसके तहत वन विभाग के कर्मचारी लोगों के घर-घर जाकर 10 रुपये प्रति पौधा उनके बाड़ियों और खेतों में लगाएंगे. वन विभाग ने बताया कि लोगों से 10 रुपये प्रति पौधा लिया जाएगा. इसके बदले मजदूरी और कम्पोस्ट खाद के साथ एक नर्सरी उन्हें लगाकर दिया जाएगा. वन विभाग ने महासमुंद और पिथौरा शहरी क्षेत्र इसके तहत कम से कम 10 हजार पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है.
15 टीम 2 महीने करेगी काम
वन विभाग के कर्मचारी 10 रुपये लेकर लोगों को कम्पोस्ट खाद के साथ पेड़ लगाकर देंगे. साथ ही कर्मचारी लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरुक भी करेंगे. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ठेले और गाड़ियों में पौधा लेकर कर्मचारी घर-घर और मोहल्ले में जाएंगे. वन विभाग की 15 टीम दो महीने तक घूम-घूमकर पेड़ लगाएंगे.