महासमुंद: जिले में किसान मौसम की मार के बाद अब फसलों में लगने वाले बीमारियों से परेशान है. फसलों में भूरा माहो, कीट ब्लास्ट, गलन-सड़न और कई तरह की बीमारियां देखने को मिल रही है. खासकर, बीमारी उन फसलों पर अधिक दिखाई दे रही है जिनमें बालियां निकलनी शुरू हो गई है.
महासमुंद के लाफीन खुर्द के किसान अशोक साहू और मानसिंह साहू ने बताया कि हर साल इस समय फसलों पर कीट प्रकोप होता है.लेकिन इस बार कीट अधिक है और एक फसल में दो या तीन तरह के कीट प्रकोप दिखाई दे रहे हैं. कृषि विभाग की सलाह पर वे दवा का छिड़काव कर रहे है.
उन्होनें बताया कि कीट प्रकोप की समस्या पिछले सप्ताह भर से है, लेकिन पिछले तीन दिनों से ज्यादा बढ़ गई है. ज्यादातर फसलों में सिप ब्लास्ट, लाई लकवा, भूरा माहू का प्रकोप दिखाई दे रहे हैं.
पढ़ें-SPECIAL: बाढ़ का पानी तो चला गया, लेकिन पीछे छोड़ गया तबाही
कीटनाशक दवाईयों की मांग बढ़ी
बाजार में कीटनाशक दवाईयों की मांग बढ़ गई है. शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में किसान इन दिनों कीटनाशक दवाईयों के साथ स्पेयर मशीन और अन्य सामग्री लेने आ रहे हैं. भूरा माहो के लिए इमिडाक्लोर,शीट ब्लास्ट, वेलेडामाइसिन हेग्जा जैसी दवाओं का छिड़काव किसान कर रहे हैं. नए किसान, कृषि अधिकारियों और दुकानदारों से ही जानकारी लेकर दवा खरीद रहे हैं. गौरतलब है कि महासमुंद जिले में इस बार किसानों ने 2 लाख 66 हजार 450 हेक्टेयर में खरीफ की फसल ली है.