महासमुंद: डर अगर जहन में घर कर जाए तो जीना मुश्किल हो जाता है, लोगों का चैन से सांस लेना दूभर हो जाता है. ऐसा ही हाल इन दिनों सिरपुर इलाके के लोगों का है. जहां हाथियों के झुण्ड से ग्रामीण खौफजदा हैं, इलाके के गांवों में डर पसरा हुआ है. यहां के लोग रतजगा करने को मजबूर हैं. यहां के जंगलों में डर का बसेरा है.
सिरपुर क्षेत्र के 52 गांव पिछले 5 वर्षों से हाथियों के आतंक से सहमे हुए हैं. हाथियों ने अब तक सैकड़ों हेक्टेयर की फसलें उजाड़ दी है. अलग-अलग गांवों के 15 लोगों को मौत के घाट उतार चुके हैं. डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों को घायल कर चुके हैं. इन सब से निजात पाने के लिए वन विभाग ने कुछ दिन पहले जुग-जुगी लाइट और तार का उपयोग किया था, जिससे हाथियों को भगाने में मदद मिले, लेकिन पिछले एक हफ्ते से हाथियों ने इलाके में फिर डेरा डाल दिया है.
दरअसल बीते दिन तकरीबन 20 छात्राएं खरसा हाई स्कूल जा रही थी, तभी अचानक हाथियों के दल ने दस्तक दे दिया, जिससे छात्राएं भयभीत होकर वापस घर चली गई. अब ग्रामीण और छात्राओं ने शासन-प्रशासन से समुचित व्यवस्था करने की मांग की है.
वन विभाग इन हाथियों से बचाने का आश्वासन तो दे रहा है, लेकिन वह हाथियों को इलाके से खदेड़ने में कामयाब होता है या नहीं ये तो आने वाला समय ही बताएगा.