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दिव्यांगों ने लगाई कलेक्टर से गुहार, 'ट्रायसिकल और बैसाखी दिला दो साहब'

शासन के द्वारा समाज कल्याण विभाग के माध्यम से दिव्यांग जनों को वितरित की जाने वाली ट्रायसिकल और बैट्री रिक्शा पिछले 1 साल से नहीं बांटा जा रहा है. विभाग से उन्हें कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण विभाग के चक्कर काटते और आवेदन को जमा करते करते यह दिव्यांग थक गए हैं. लोगों ने कलेक्टर से मिलकर अपनी परेशानियों से रूबरू कराया है.

दिव्यांगों ने लगाई कलेक्टर से गुहार
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Published : Oct 23, 2019, 10:24 AM IST

Updated : Oct 23, 2019, 12:31 PM IST

महासमुंद: जिले में 2014 के सर्वे के हिसाब से 12 हजार दिव्यांग हैं, जिन्हें अब तक बैट्री ट्रायसिकल बैसाखी नहीं मिल पाई है. विभाग को इन दिव्यांगों में से लगभग ढाई सौ लोगों का आवेदन मिल चुका है, लेकिन सामान नहीं पहुंचने से दिव्यांगों को नहीं बांटा जा सका है.

दिव्यांगों ने लगाई कलेक्टर से गुहार

वहीं दिव्यांग जनों में से कुछ अपने परिवार के साथ कलेक्टर से मिले और उन्हें अपनी परेशानियों से रूबरी कराया. वहीं दिव्यांगों ने बताया कि 'विभाग के कर्मचारी उनकी बातें नहीं सुनते हैं. आवेदन देने और बात करने पर वो सही तरीके से जानकारी नहीं देते और उन्हें भगा दिया जाता है. दिव्यांगों ने कहा कि वो परेशान होकर कलेक्टर के पास गुहार लगाने आए हैं.

दूसरों पर रहना पड़ता है निर्भर
दिव्यांग निषाद का कहना है कि 'हमारे हाथ पैर न होने के कारण हमारे परिवार के लोग हमें कहीं लाने ले जाने के लिए बोझ समझते हैं, जिसके कारण बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यदि यह सामान मिल जाए तो मुझे बीए फाइनल की पढ़ाई में आसानी हो जाएगी, और मैं अपने पैरों पर खड़ा हो पाऊंगा.' वहीं राम साहू का कहना है कि वो दिव्यांग होने के कारण कोई काम नहीं कर पाता पर, जो दिनचर्या के काम हैं उसके लिए भी उसे अपने परिवार पर निर्भर रहना पड़ता है.

दिव्यांगों को मिलेगा लाभ

वहीं समाज कल्याण विभाग के अधिकारी धर्मेंद्र साहू का कहना है कि 'दिव्यांगों को कोई तकलीफ न हो यह शासन और हमारा कर्तव्य है और प्राथमिकता भी है. वहीं धर्मेंद्र साहू 2 दिन पहले ही यहां ट्रांसफर पर आए हैं. उनका कहना है कि 'सभी चीजों को चेक कर जल्द से जल्द दिव्यांग भाइयों को सामान मुहैया कराएंगे और साथ ही साथ दिव्यांग जनों को मिलने वाली योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर उन्हें उसका भी लाभ दिलाएंगे'.

महासमुंद: जिले में 2014 के सर्वे के हिसाब से 12 हजार दिव्यांग हैं, जिन्हें अब तक बैट्री ट्रायसिकल बैसाखी नहीं मिल पाई है. विभाग को इन दिव्यांगों में से लगभग ढाई सौ लोगों का आवेदन मिल चुका है, लेकिन सामान नहीं पहुंचने से दिव्यांगों को नहीं बांटा जा सका है.

दिव्यांगों ने लगाई कलेक्टर से गुहार

वहीं दिव्यांग जनों में से कुछ अपने परिवार के साथ कलेक्टर से मिले और उन्हें अपनी परेशानियों से रूबरी कराया. वहीं दिव्यांगों ने बताया कि 'विभाग के कर्मचारी उनकी बातें नहीं सुनते हैं. आवेदन देने और बात करने पर वो सही तरीके से जानकारी नहीं देते और उन्हें भगा दिया जाता है. दिव्यांगों ने कहा कि वो परेशान होकर कलेक्टर के पास गुहार लगाने आए हैं.

दूसरों पर रहना पड़ता है निर्भर
दिव्यांग निषाद का कहना है कि 'हमारे हाथ पैर न होने के कारण हमारे परिवार के लोग हमें कहीं लाने ले जाने के लिए बोझ समझते हैं, जिसके कारण बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यदि यह सामान मिल जाए तो मुझे बीए फाइनल की पढ़ाई में आसानी हो जाएगी, और मैं अपने पैरों पर खड़ा हो पाऊंगा.' वहीं राम साहू का कहना है कि वो दिव्यांग होने के कारण कोई काम नहीं कर पाता पर, जो दिनचर्या के काम हैं उसके लिए भी उसे अपने परिवार पर निर्भर रहना पड़ता है.

दिव्यांगों को मिलेगा लाभ

वहीं समाज कल्याण विभाग के अधिकारी धर्मेंद्र साहू का कहना है कि 'दिव्यांगों को कोई तकलीफ न हो यह शासन और हमारा कर्तव्य है और प्राथमिकता भी है. वहीं धर्मेंद्र साहू 2 दिन पहले ही यहां ट्रांसफर पर आए हैं. उनका कहना है कि 'सभी चीजों को चेक कर जल्द से जल्द दिव्यांग भाइयों को सामान मुहैया कराएंगे और साथ ही साथ दिव्यांग जनों को मिलने वाली योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर उन्हें उसका भी लाभ दिलाएंगे'.

Intro:एंकर - शासन के द्वारा समाज कल्याण विभाग के माध्यम से दिव्यांग जनों को वितरित की जाने वाली प्राय साइकल मोटरसाइकिल बैसाखी पिछले 1 सालों से वितरित नहीं की जा रही विभाग से उन्हें कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण विभाग के चक्कर काटते एवं आवेदन को जमा करते करते यह दिव्यांग थक गए हैं जिसके बाद आज जन चौपाल में कलेक्टर से मिलकर अपनी परेशानियों से उन्होंने प्रशासन को रूबरू कराया।


Body:वीओ 1- महासमुंद जिले में 2014 के दिव्यांग जनों के सर्वे के हिसाब से 12000 दिव्यांग है जिन्हें साल भर से ट्राईसाईकिल मोटरसाइकिल बैसाखी नहीं मिल पाई विभाग को इन दिव्यांगों में से लगभग ढाई सौ लोगों का आवेदन मिल चुका है पर विभाग के पास अभी तक सामान नहीं पहुंचने के कारण उन्हें नहीं दिया जा रहा है वही दिव्यांग जनों में से कुछ दिव्यांग आज अपने व अपने दिव्यांग भाई-बहनों के लिए कलेक्टर से मिलकर अपनी दैनिक जीवन में होने वाली परेशानियों से रूबरू कराया वहीं दिव्यांगों ने बताया कि विभाग के कर्मचारी वहां उनकी बातें नहीं सुनते हैं आवेदन देने और बात करने पर वह सही तरीके से बात नहीं करते हैं या तो भगा दिया जाता है जिससे परेशान होकर आज वह कलेक्टर के पास गुहार लगाने आए हैं वहीं दिव्यांगों ने कहा कि हम दिव्यांग होने के कारण हमें बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है दिव्यांग निषाद का कहना है कि ट्राई साइकिल व अन्य सामान हमारे हाथ पैर हैं जिसके ना होने के कारण हमारे परिवार के लोग हमें कहीं लाने ले जाने के लिए हमें बोझ समझते हैं जिसके कारण हम अपने दैनिक कार्य एवं दिनचर्या को पूर्ण नहीं कर पाते यदि यह सामान मिल जाए तो मैं b.a. फाइनल की छात्रा हूं मुझे अपनी पढ़ाई में आसानी हो जाएगी और मैं अपने पैरों में खड़े हो पाऊंगी वही पूछ राम साहू का कहना है कि मैं दिव्यांग होने के कारण कोई काम नहीं कर पाता पर जो दिनचर्या के काम है उसके लिए भी मैं अपने परिवार पर डिपेंड रहता हू जैसे नहाने जाने शौचालय एवं अपनी छोटी-मोटी जरूरतों के लिए हमें दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है।


Conclusion:वीओ 2- वही समाज कल्याण विभाग के अधिकारी धर्मेंद्र साहू का कहना है कि दिव्यांगों को कोई तकलीफ ना हो यह शासन और हमारा कर्तव्य है और प्राथमिकता भी है और मैं 2 दिन पहले ही यहां ट्रांसफर पर आया हूं सभी चीजों को चेक कर जल्द से जल्द दिव्यांग भाइयों को सामान मुहैया कराऊंगा और साथ ही साथ दिव्यांग जनों को मिलने वाली योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार कर उन्हें उसका भी लाभ दिलाएंगे।

बाइट 1 - सविता निषाद दिव्यांग लड़की पहचान चश्मा और हल्का काले कलर का टीशर्ट।

बाइट 2 - उदय चक्रवेदी दिव्यांग लड़का पहचान प्लेन वाला सफेद शर्ट शर्ट के सामने जेब में पेन रखा हुआ।

बाइट 3 - धर्मेंद्र कुमार साहू उप संचालक समाज कल्याण विभाग महासमुंद, पहचान प्लेन शर्ट चश्मा पहना हुआ और शर्ट की जेब में पेन रखा हुआ।

हकीमुद्दीन नासिर रिपोर्टर ईटीवी भारत महासमुंद छत्तीसगढ़ मो. 9826555052
Last Updated : Oct 23, 2019, 12:31 PM IST
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