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ओडिशा से MP के लिए पैदल ही निकल पड़े मजदूर, बागबाहरा पुलिस पहुंचाएगी घर

ओडिशा से मध्यप्रदेश के लिए 25 मजदूर भूखे-प्यासे पैदल ही निकल पड़े थे, जिन्हें महासमुंद में बागबाहरा पुलिस ने रोक लिया है, साथ ही पुलिस सभी मजदूरों को उन्हें भोजन कराने के बाद मध्यप्रदेश भजने की तैयारी कर रही है.

Baghbahara police will send laborers of Madhya Pradesh home in mahasamud
मजदूरों को घर भेजेगी पुलिस
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Published : May 6, 2020, 10:27 AM IST

महासमुंद: लॉकडाउन मजदूरों के लिए मुसीबत बनकर उभरा है. लॉकडाउन के कारण मजदूर हर राज्य, हर शहर में परेशान हैं. दूसरे राज्यों में मजदूरी करने गए लोगों के सामने एक तो बेरोजगारी मुंह बाए खड़ी है, तो दूसरी तरफ उन्हें घर जाने की चिंता भी सता रही है. प्रशासन भी मजदूरों के लिए खास इंतजामात करता नहीं दिख रहा है, इसके कारण मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े हैं.

बागबाहरा पुलिस पहुंचाएगी मजदूरों को घर

SPECIAL: दूसरे राज्यों में छग के 90 हजार मजदूर फंसे, सरकार से वापस बुलाने की गुहार

इसी क्रम में मध्यप्रदेश के 25 मजदूर भी घर जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं. जानकारी के मुताबिक, 25 मजदूर ओडिशा के बरगढ़ जिले में ब्रिज निर्माण के काम में लगे हुए थे, लेकिन कोरोना वायरस की महामारी के कारण लगे लॉकडाउन में सभी लोग फंस गए हैं. अब मजदूरों के सामने घर जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है, जिसके बाद वह ओडिशा से मध्यप्रदेश के लिए पैदल ही निकल पड़े, लेकिन छत्तीसगढ़ पहुंचते ही महासमुंद में बागबाहरा पुलिस ने उन्हें रोक लिया.

SPECIAL: मनरेगा ने मजदूरों के चेहरे पर बिखेरी मुस्कान, हजारों हाथों को मिला रोजगार

'पहले क्वॉरेंटाइन में रखा फिर जाने के लिए कह दिया'

इस दौरान सभी मजदूरों को पुलिस ने रोककर पूछा, तो उन्होंने बताया कि वे सभी मध्यप्रदेश के अलग-अलग जगहों से हैं और ओडिशा से आ रहे हैं. मजदूरों ने बताया कि उनमें से कई मध्यप्रदेश के बड़वानी, कटनी, सतना जिले के रहने वाले हैं. पुलिस के मुताबिक, मजदूरों से ओडिशा में सुविधाओं को लेकर जानकारी ली गई, तो उन्होंने बताया कि बरगढ़ जिला प्रशासन ने उन्हें 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन में रखा हुआ था, साथ ही 3 मई को लॉकडाउन समाप्त होने वाला है, कहकर वहां से जाने के लिए कह दिया. अब उनके पास न कोई साधन है, न ही खाने-पीने की व्यवस्था. जिसके बाद वह सभी रविवार लगभग 12 बजे मध्यप्रदेश के लिए पैदल ही रवाना हो गए.

SPECIAL: कहीं पैदल घर लौट पड़े, कहीं अपने गांव आने के इंतजार में छग के एक लाख से ज्यादा मजदूर

मजदूरों को पहुंचाया जाएगा उनके गांव

बागबाहरा एसडीओपी लितेश सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों की सूचना पर इन सभी 25 मजदूरों को रोका गया है. ये मजदूर भूखे-प्यासे हैं और सभी मजदूर नदी पार करके बागबाहरा पैदल ही पहुंचे हैं. अब इन्हें प्रशासन स्तर पर मध्य प्रदेश भेजने की तैयारी चल रही है, जल्द ही सभी को उनके गांवों तक पहुंचाया जाएगा.

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इसी क्रम में मध्यप्रदेश के 25 मजदूर भी घर जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं. जानकारी के मुताबिक, 25 मजदूर ओडिशा के बरगढ़ जिले में ब्रिज निर्माण के काम में लगे हुए थे, लेकिन कोरोना वायरस की महामारी के कारण लगे लॉकडाउन में सभी लोग फंस गए हैं. अब मजदूरों के सामने घर जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है, जिसके बाद वह ओडिशा से मध्यप्रदेश के लिए पैदल ही निकल पड़े, लेकिन छत्तीसगढ़ पहुंचते ही महासमुंद में बागबाहरा पुलिस ने उन्हें रोक लिया.

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इस दौरान सभी मजदूरों को पुलिस ने रोककर पूछा, तो उन्होंने बताया कि वे सभी मध्यप्रदेश के अलग-अलग जगहों से हैं और ओडिशा से आ रहे हैं. मजदूरों ने बताया कि उनमें से कई मध्यप्रदेश के बड़वानी, कटनी, सतना जिले के रहने वाले हैं. पुलिस के मुताबिक, मजदूरों से ओडिशा में सुविधाओं को लेकर जानकारी ली गई, तो उन्होंने बताया कि बरगढ़ जिला प्रशासन ने उन्हें 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन में रखा हुआ था, साथ ही 3 मई को लॉकडाउन समाप्त होने वाला है, कहकर वहां से जाने के लिए कह दिया. अब उनके पास न कोई साधन है, न ही खाने-पीने की व्यवस्था. जिसके बाद वह सभी रविवार लगभग 12 बजे मध्यप्रदेश के लिए पैदल ही रवाना हो गए.

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