महासमुंद: कोरोना महामारी के संक्रमण की रोकथाम के किए गए 42 दिन के लॉकडाउन में दैनिक मजदूरी करने वालों के सामने काफी दिक्कतें हो रही हैं. ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन गरीबों को मदद पहुंचाने के लिए हर संभव मदद पहुंचा रहा है.
प्रशासन डोनेशन एंड वील्स वाहन योजना की मदद से ऐसे गरीबों के घर-घर जाकर उन्हें सुखा राशन और पक्का भोजन मुहैया करा रहा हैं. साथ ही सैनिटाइजर-साबुन से हाथ धोने, मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की भी हिदायत दे रहा है.
लिस्ट के आधार पर दिया जा रहा राशन
बता दें कि प्रशासन ने सबसे पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पार्षद, सरपंच और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ऐसे लोगों की लिस्ट मंगवाई है, उसके बाद इसके आधार पर लोगों का वेरिफिकेशन करवाया. इसके बाद लोगों के घरों में डोनेशन ऑन व्हील वाहन के जरिए, प्रशासन की अमला उनके घर जा जाकर उन्हें सूखा राशन दिया जा रहा है.
किट में है 13 प्रकार के समान
किट में 13 समान हैं. जिसमें दाल 1 किलो, आटा 1 किलो, शक्कर 1 किलो, नमक 1 किलो, आधा लीटर तेल, आलू 1 किलो, प्याज 1 किलो, हल्दी 1 पैकेट, दो साबुन ,बिस्किट ,नमकीन दिया जा रहा है.
7500 परिवारों तक पहुंची राहत सामग्री
डोनेशन ऑन व्हील वाहन में हर दिन 150 से 200 परिवार को सूखा राशन और जिनके घरों में चूल्हा जलाने की व्यवस्था नहीं है. ऐसे 500 से 700 परिवारों को प्रतिदिन पका भोजन उपलब्ध करा रहा है. लॉकडाउन लागू होने से अब तक तक प्रशासन 7500 परिवारों को राहत सामग्री उपलब्ध करा चुका है. एसडीएम का कहना है कि, 'ऐसे गरीब परिवारों को सूखा राशन के साथ मास्क भी निशुल्क दिया जा रहा है'