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पैसों की हेराफेरी करने वाले 6 पूर्व सरपंच और 3 सचिव गिरफ्तार

पैसों का गबन करने वाले 6 पूर्व सरपंच और 3 सचिव को गिरफ्तार कर लिया गया है. जनवरी से अबतक कुल गबन की 1 करोड़ की राशि वसूल कर राजस्व में जमा भी की जा चुकी है.

money laundering in mahasamund
महासमुंद
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Published : Sep 8, 2020, 6:09 PM IST

महासमुंद: सरायपाली के एसडीएम ने शासन की राशि को डकारने वाले पूर्व सरपंचों और सचिवों पर एक बार फिर कार्रवाई करते हुए उनसे गबन की गई राशि वसूल की गई है. एसडीएम के निर्देश पर 6 पूर्व सरपंच और 3 सचिव को गिरफ्तार किया गया है. इनमें कुछ जेल जाने के डर से आनन-फानन में राशि जमाकर दी, तो कुछ सरपंचों और सचिवों ने राशि जमा करने के लिए हफ्तेभर की मोहलत मांगी है.

अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि जनवरी से अबतक कुल गबन की 1 करोड़ की राशि वसूल कर राजस्व में जमा की जा चुकी है. वहीं 1 करोड़ की राशि गबन के मामले में अभी वसूली किया जाना शेष है. अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि जल्द से जल्द पूरी राशि वसूल की जाएगी. सरायपाली जनपद के जिन 6 पूर्व सरपंच को गिरफ्तार किया गया है, उनमें नवरंगपुर की कमलिनी भोई, बनोभांटा के सुकल सिंह बरिहा, नूनपानी की गिरजा नन्द, भिखापाली की भूरी बाई, बंदलीमाल की सौदामिनी प्रधान और चारभांटा के तोषराम नायक शामिल है. वहीं 3 अन्य सचिव दिनेश बारीक (सचिव, नूनपानी तत्कालीन), नेतराम ठाकुर (तत्कालीन सचिव, अमरकोठ), अशोक यादव (तत्कालीन सचिव, भिखापाली) शामिल है.

पढ़ें : बेमेतरा: फसल बीमा और मुआवजा राशि के लिए CM और कृषि मंत्री को लिखा पत्र

20 हजार रुपये की राशि जमा

अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि जेल जाने के डर से बंदलीमाल की सौदामिनी प्रधान, चारभांटा के तोषराम नायक, भीखापाली की भूरीबाई और बनोभांटा के सुकल सिंह बरिहा ने तत्काल पूरी राशि जमा कर दी. जबकि नूनपानी की गिरजा नन्द ने 30 हजार और नवरंगपुर की कमलिनी भोई ने 20 हजार रुपये की राशि जमा करवाई है. इन दोनों ने बाकि की रकम को सप्ताहभर के भीतर जमा करने का आश्वाशन दिया है, इसके बाद इन्हें जमानत पर रिहा किया गया है.

6 साल तक अयोग्य घोषित
इसके अलावा सचिव अशोक यादव ने 31 हजार रुपये जमा किए, जबकि अन्य दो सचिवों ने कुछ राशि देकर बची हुई राशि अपने वेतन से कटवाने की बात कही है. अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि कमलिनी भोई और सुकल सिंह बरिहा के वसूली के कारनामों को देखते हुए धारा 92(5) के तहत पंचायत का सदस्य होने के लिए 6 साल तक अयोग्य घोषित किया है. इसके बाद कमलिनी भोई और सुकल सिंह बरिहा 6 साल तक पंचायत चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.

राशि फिर से जमा

बता दें, शासन की राशि को डकारकर बैठे सरपंचों पर एसडीएम की तरफ से लगातार कार्रवाई की जा रही है. जेल जाने से बचने के लिए सरपंच राशि जमा कर रहे हैं. जिससे शासन के खाते में राशि फिर से जमा हो रही है. पहली बार किसी एसडीएम की तरफ से इस तरह की कार्रवाई सरायपाली, बसना ब्लॉक में की जा रही है. इससे गांवों में भी खुशी का माहौल है.

महासमुंद: सरायपाली के एसडीएम ने शासन की राशि को डकारने वाले पूर्व सरपंचों और सचिवों पर एक बार फिर कार्रवाई करते हुए उनसे गबन की गई राशि वसूल की गई है. एसडीएम के निर्देश पर 6 पूर्व सरपंच और 3 सचिव को गिरफ्तार किया गया है. इनमें कुछ जेल जाने के डर से आनन-फानन में राशि जमाकर दी, तो कुछ सरपंचों और सचिवों ने राशि जमा करने के लिए हफ्तेभर की मोहलत मांगी है.

अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि जनवरी से अबतक कुल गबन की 1 करोड़ की राशि वसूल कर राजस्व में जमा की जा चुकी है. वहीं 1 करोड़ की राशि गबन के मामले में अभी वसूली किया जाना शेष है. अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि जल्द से जल्द पूरी राशि वसूल की जाएगी. सरायपाली जनपद के जिन 6 पूर्व सरपंच को गिरफ्तार किया गया है, उनमें नवरंगपुर की कमलिनी भोई, बनोभांटा के सुकल सिंह बरिहा, नूनपानी की गिरजा नन्द, भिखापाली की भूरी बाई, बंदलीमाल की सौदामिनी प्रधान और चारभांटा के तोषराम नायक शामिल है. वहीं 3 अन्य सचिव दिनेश बारीक (सचिव, नूनपानी तत्कालीन), नेतराम ठाकुर (तत्कालीन सचिव, अमरकोठ), अशोक यादव (तत्कालीन सचिव, भिखापाली) शामिल है.

पढ़ें : बेमेतरा: फसल बीमा और मुआवजा राशि के लिए CM और कृषि मंत्री को लिखा पत्र

20 हजार रुपये की राशि जमा

अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि जेल जाने के डर से बंदलीमाल की सौदामिनी प्रधान, चारभांटा के तोषराम नायक, भीखापाली की भूरीबाई और बनोभांटा के सुकल सिंह बरिहा ने तत्काल पूरी राशि जमा कर दी. जबकि नूनपानी की गिरजा नन्द ने 30 हजार और नवरंगपुर की कमलिनी भोई ने 20 हजार रुपये की राशि जमा करवाई है. इन दोनों ने बाकि की रकम को सप्ताहभर के भीतर जमा करने का आश्वाशन दिया है, इसके बाद इन्हें जमानत पर रिहा किया गया है.

6 साल तक अयोग्य घोषित
इसके अलावा सचिव अशोक यादव ने 31 हजार रुपये जमा किए, जबकि अन्य दो सचिवों ने कुछ राशि देकर बची हुई राशि अपने वेतन से कटवाने की बात कही है. अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि कमलिनी भोई और सुकल सिंह बरिहा के वसूली के कारनामों को देखते हुए धारा 92(5) के तहत पंचायत का सदस्य होने के लिए 6 साल तक अयोग्य घोषित किया है. इसके बाद कमलिनी भोई और सुकल सिंह बरिहा 6 साल तक पंचायत चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.

राशि फिर से जमा

बता दें, शासन की राशि को डकारकर बैठे सरपंचों पर एसडीएम की तरफ से लगातार कार्रवाई की जा रही है. जेल जाने से बचने के लिए सरपंच राशि जमा कर रहे हैं. जिससे शासन के खाते में राशि फिर से जमा हो रही है. पहली बार किसी एसडीएम की तरफ से इस तरह की कार्रवाई सरायपाली, बसना ब्लॉक में की जा रही है. इससे गांवों में भी खुशी का माहौल है.

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