महासमुंद: शासन एक तरफ वृक्षारोपण को बढावा देने के लिए निशुल्क पौधा वितरण कर रहा है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में पेड़ों की अवैध कटाई जारी है. ग्रामीण आए दिन नए कारनामे कर रहे हैं. कभी लकड़ी की तस्करी में लिप्त पाए जा रहे हैं तो कभी जंगलों पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं. ताजा मामला पिथौरा वनपरिक्षेत्र का है. बम्हनी वृत्त के ग्राम भोजपुरी के 44 ग्रामीणों ने सामूहिक रुप मिश्रित प्रजाति वन में अतिक्रमण करने के लिए पेड़ों को काटा है.
साल लकड़ी की तस्करी को वन विभाग ने किया विफल, 35 नग कीमती लकड़ी जब्त
वन विभाग ने की कार्रवाई
घटना की सूचना पर वन अमले ने मौके पर पहुंचकर उन्हें रोका है. वन विभाग ने मौके से कुल्हाड़ी जब्त कर कई ग्रामीणों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है.पकड़े गए सभी ग्रामीण पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बिजेमल के आश्रित ग्राम भोजपुरी के हैं. बता दें कि वन अमला को सूचना मिली कि बडे पैमाने पर वन भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है. सूचना मिलते ही स्थानीय उप वन मंडल अधिकारी यूआर बंसत वन अमले के साथ अतिक्रमण रोकने मौके पर पहुंचे थे.
राजनांदगांवः 40 नग सागौन की लकड़ी जब्त
44 ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई
वन विभाग ने पाया कि कक्ष क्रमांक 265 में 0.544 हेक्टेयर वन भूमि में लगे मिश्रित प्रजाति के वनों की कटाई ग्राम भोजपुरी के 44 ग्रामीण कर रहे थे.जिसे उन्होंने रोका और सभी के पास से कुल्हाड़ी जब्त कर उन्हें हिरासत में लिया. पिथौरा वन कारागार में उन्हें ले जाया गया है. वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने अतिक्रमण स्थल से 30 से 45 सेंटीमीटर गोलाई के 38 नग ठूठ और बल्ली जब्त किए हैं.