कोरिया: कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से लॉकडाउन है, जिससे लोगों को आर्थिक मंदी से गुजरना पड़ रहा है. इसके लिए शासन और प्रशासन ने लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए मनरेगा के तहत पंजीकृत परिवारों को रोजगार दिया है. ग्रामीण मजदूरों को इस योजना से रोजगार का लाभ उठा रहे हैं.
जिले के पटपरिया पारा में मनरेगा के तहत काम शुरू कर दिया गया है. मनरेगा में काम के दौरान मजदूरों को सोशल डिस्टेंस के नियमों का सही तरीके से पालन करने के लिए कहा गया है, जिसको लेकर ग्रामीण भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. ग्रामीण काम करने के दौरान मास्क पहनने के साथ दूसरी सावधानियों का भी ध्यान रख रहे हैं.
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मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग का कर रहे पालन
वहीं कलेक्टर ने सभी पंजीकृत परिवारों को आदेश जारी करते हुए रोजगार देने को कहा है. इसके लिए कलेक्टर ने जिले के सभी जनपद पंचायतों को आदेश जारी किया है. आदेश में कलेक्टर ने कहा है कि रोजगार मूलक कार्य में पंजीकृत परिवारों की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए काम दिया जाए. साथ ही लॉकडाउन के नियमों का पालन करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
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साथ ही पंचायतों में सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ग्रामीण इलाकों में लोगों से आदेश का पालन करा रहे हैं. वहीं सरपंच ने बताया कि कई परिवारों मनरेगा के तहत रोजगार मिल रहा है, जिससे लोग अपना जीवन यापन कर रहे हैं. साथ ही मजदूर कार्य स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रख रहे हैं, जिससे कोरोना का भी खतरा कम है.
सरकार को मजदूरों का शुक्रिया
बता दें कि पटपरिया पारा में मनरेगा के तहत शुरू किया गया है, जिसमें 45 हितग्राही परिवारों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे लॉकडाउन के बीच मजदूरों को परिवार चलाने में मनरेगा मददगार साबित हो रहा है. वहीं मजदूरों का कहना है कि जब वह सब काम में आते हैं, तो सबसे पहले हाथ धोते हैं. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रख रहे हैं. वहीं कुछ मजदूरों ने सरकार को मनरेगा के तहत काम देने के लिए धन्यवाद किया.