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कोरिया: सड़क नहीं तो वोट नहीं, ग्रामीणों ने किया मतदान बहिष्कार करने का फैसला

कोरिया जिले के पोंडी ग्राम पंचायत के पंडोपारा गांव के लोगों ने इस बार बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण वोट नहीं डालने का फैसला किया है.

प्रदर्शन करते ग्रामीण
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Published : Apr 6, 2019, 5:32 PM IST

Updated : Apr 6, 2019, 5:41 PM IST

कोरिया: 17वीं लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग में अब महज कुछ ही दिन बचे हैं. चुनाव को देखते हुए राजनीतिक पार्टियों ने जनता को लुभाने के लिए कई लोक लुभावन वादों का पिटारा भी खोल दिया. उम्मीद जताई जा रही है कि इस वर्ष लोग अपने प्रतिनिधियों को चुनने के लिए भारी संख्या में वोट कर सकते हैं, लेकिन कोरिया जिले के पोंडी ग्राम पंचायत के पंडोपारा गांव के लोगों ने इस बार बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण वोट नहीं डालने का फैसला किया है.

वीडियो

पंडोपारा गांव में सड़क-पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण ग्रामीण आक्रोशित हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि, वे लंबे समय से जनप्रतिनिधियों से गांव में आने-जाने के लिए एक सड़क की मांग करते रहे हैं, लेकिन आज तक किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. पंडो जनजाति के 350 की आबादी वाले गांव में सड़क तक नहीं है. बारिश के दिनों में लोगों को गांव से बाहर आने-जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

ग्रामीण बताते हैं कि, बारिश के दिनों में उनके गांव का संपर्क बाकी गांवों से टूट जाता है. इसके कारण बच्चे स्कूल तक नहीं जाते. अगर गांव में किसी की तबीयत खराब हो जाये तो वो भगवान भरोसे ही रहता है. गांव में स्कूल, अस्पताल, पीने का पानी समेत कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. ग्रामीण बताते हैं कि, गांव में बुनियादी सुविधाओं के लिए वे कई बार जनप्रतिनिधियों से मिले हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं मिला. गांववालों ने कहा कि हार कर उन्होंने मतदान बहिष्कार का फैसला लिया है.

कोरिया: 17वीं लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग में अब महज कुछ ही दिन बचे हैं. चुनाव को देखते हुए राजनीतिक पार्टियों ने जनता को लुभाने के लिए कई लोक लुभावन वादों का पिटारा भी खोल दिया. उम्मीद जताई जा रही है कि इस वर्ष लोग अपने प्रतिनिधियों को चुनने के लिए भारी संख्या में वोट कर सकते हैं, लेकिन कोरिया जिले के पोंडी ग्राम पंचायत के पंडोपारा गांव के लोगों ने इस बार बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण वोट नहीं डालने का फैसला किया है.

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पंडोपारा गांव में सड़क-पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण ग्रामीण आक्रोशित हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि, वे लंबे समय से जनप्रतिनिधियों से गांव में आने-जाने के लिए एक सड़क की मांग करते रहे हैं, लेकिन आज तक किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. पंडो जनजाति के 350 की आबादी वाले गांव में सड़क तक नहीं है. बारिश के दिनों में लोगों को गांव से बाहर आने-जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

ग्रामीण बताते हैं कि, बारिश के दिनों में उनके गांव का संपर्क बाकी गांवों से टूट जाता है. इसके कारण बच्चे स्कूल तक नहीं जाते. अगर गांव में किसी की तबीयत खराब हो जाये तो वो भगवान भरोसे ही रहता है. गांव में स्कूल, अस्पताल, पीने का पानी समेत कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. ग्रामीण बताते हैं कि, गांव में बुनियादी सुविधाओं के लिए वे कई बार जनप्रतिनिधियों से मिले हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं मिला. गांववालों ने कहा कि हार कर उन्होंने मतदान बहिष्कार का फैसला लिया है.

Intro:एंकर - सड़क नही तो वोट नहीं ये उन ग्रामीण मतदाताओं की आवाज है जो लंबे अरसे से सड़क निर्माण की मांग कर रहे ताकि गांव में आवा - गमन सुरक्षित रूप से हो सके ।
Body:पोंडी ग्राम पंचायत के पंडोपारा का है जहाँ के रहवासियों ने लोक सभा चुनाव का बहिष्कार करने का मन बना लिया है ग्रामीणों की माने तो लंबे समय से मांग रही कि उनके गांव में पहुच मार्ग पक्के की बने ताकि बारिश में भी उन्हें आवा गमन में किसी प्रकार की कठिनाइयों से न गुजरना पड़े ग्राम पंचायत से ले कर उच्य अधिकारियों तक ग्रामीणों ने गोहार लगाई थी पर इनकी किसी एक ने भी न सुनी बताया जा रहा है कि बारिश के दिनों आवा गमन पूरी तरह बधित होती है जिससे बच्चे स्कूल तक नही पहोच पाते और तो और उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र तक भी जाना मुश्किल हो जाता है गुस्साए ग्रामीणों ने मतदान न करने व लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा न लेने का मन बना लिया है आप को बता दे इस पारा टोला में लगभग 350 की जनसंख्या है जिसमे अधिकतर जनसंख्या पंडो जनजाति की है जो राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र भी माने जाते है जो आज भी विकास की बाट जोह रहे
बाइट - बाल कुमारी (स्थानीय , गाउन पहने हुये)
बाइट - सुमारी (वार्ड पंच, साड़ी पहने हुये)
बाइट - सुरेंद्र (वार्ड पंच , पुरुष )Conclusion:अब देखने वाली बात होगी कि प्रशानिक अधिकारी इन गुस्साए मतदाताओं को कैसे ओर कब तक मना पाते है
Last Updated : Apr 6, 2019, 5:41 PM IST
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