कोरिया: ग्राम पंचायत घघरा के आश्रित ग्राम पोड़ी में वन विभाग समिति ने क्रेडा योजना के तहत किसानों के सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा चलित सिंचाई पंप लगवाए गए थे. लेकिन किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. सरपंच और पंचों ने शिकायत की थी कि सिंचाई पंप खराब हो जाने से सभी काम बंद पड़े हुए हैं. शिकायत के बाद वनकर्मी पोड़ी पहुंचे और सौर ऊर्जा यंत्र की सभी प्लेट को लेकर वहां से दूसरी जगह ले जाया गया.
जिसकी शिकायत ग्राम पंचायत घघरा ने लिखित रूप से जनकपुर थाने में दर्ज करवाई थी. शिकायत दर्ज होने के अगले दिन ही सौर ऊर्जा की प्लेट वापस तो आ गई, लेकिन प्लेटों को वहीं फेंक दिया गया. इधर, ग्रामीणों का कहना है कि सौर ऊर्जा प्लांट के प्लेटों का सेटअप तैयार करके उन्हें दिया जाए.
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ग्रामीणों ने बताया कि सौर ऊर्जा प्लेट पड़े होने के कारण पानी की सुविधा लोगों को नहीं मिल पा रही है. गेहूं की फसल भी करनी है, जिसके लिए पानी की आवश्यकता हम गरीब किसानों को है. यदि सौर ऊर्जा का सेटअप लग जाता तो हम समर्सिबल पंप के सहारे सिंचाई की व्यवस्था कर लेंगे.
1 किलोमीटर दूर से लाना पड़ता है पानी
गांव की महिलाओं ने बताया कि उन्हें पानी लेने के लिए 1 किलोमीटर दूर पगडंडी से होते हुए जाना पड़ता है. यदि हमारे यहां सौर ऊर्जा पंप शुरू होता तो इतनी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. शिकायत वन कर्मी विकास से की गई थी, उन्होंने बताया कि विभाग के एसडीओ साहब के निर्देश में सौर ऊर्जा प्लांट की प्लेटों को वहां से हटवाया और फिर वापस भी वही रख दिया.