कोरिया: खडगवां के छुई खदान में मिट्टी धंसने से मलबे में 4 लोगों की मौत मामले में मुआवजे को लेकर पेंच फंस सकता है. जिस जगह हादसा हुआ है, वह जगह वन विभाग के अधीन है. ऐसे में मुआवजे को लेकर प्रशासन भी पशोपेश में है. खडगवां थाना प्रभारी विजय सिंह बताया कि "मुझे शाम को सूचना मिली थी कि कुछ लोग बंजारीडाड के आगे खदान में छुई मिट्टी खोदते हुए दब गये हैं. हम फौरन घटनास्थल के लिये फोर्स के साथ रवाना हुए और जेसीबी को भी बुलावा लिया. वहां एक बच्ची को सुरक्षित निकल लिया गया था. चार लोगों के अंदर दबे होने की सूचना मिली थी, जिनको जेसीबी से धीरे धीरे मिट्टी हटाकर निकाला गया और जिला चिकित्सालय बैकुठपुर भेज गया. ये लोग छुई मिट्टी निकल कर पहले सुखाते हैं और फिर दीवार की पेंटिंग करने में इसका उपयोग करते हैं."
मुआवजे को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई: खडगवां तहसीलदार समीर शर्मा ने बताया कि "छुई खदान में मिट्टी धंसने से चार लोगों की मौत हुई है, जिसमें तीन महिलाओं और एक पुरुष का शव बरामद किया गया है. चारों शवों को जिला अस्पताल कोरिया भेजा गया है. क्योंकि खदान फारेस्ट लैंड में आता है और ये लोग छुई को चुने के रूप में घर में प्रयोग करते हैं. इसलिए मुआवजे को लेकर विचार किया जा रहा है."
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घटनास्थल पर पहुंची विधायक अंबिका सिंहदेव: घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र की विधायक अंबिका सिंहदेव और जिला पंचायत अध्यक्ष रेणुका सिंह भी घटना स्थल पर पहुंचीं. विधायक अंबिका सिंहदेव ने कहा कि "35 से 40 लोग मिट्टी खदान में मिट्टी निकल रहे थे, तभी खदान धंस गई, जिसमें पांच लोगों के दबने से चार की मौत हो गई और एक बच्ची को बाहर निकाला गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान चार लोगों के शव को निकाला गया. लड़की बिल्कुल ठीक है और उसे घर भेज दिया गया है."
पहले हुए हादसों से सबक नहीं ले रहे ग्रामीण: बंजारीडाड के छुई खदान में पहले भी खदान धंसने की कई घटनाएं हुई है. इन हादसों में कई ग्रामीण अपनी जान गंवा चुके हैं. बावजूद इसके छुई खदान में ग्रामीण लापरवाही बरतते हुए मिट्टी निकालने पहुंच जाते हैं.