कोरिया: नगरीय निकाय चुनाव में मनेंद्रगढ़ नगर पालिका में कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है. कांग्रेस को 22 वोटों में 19 वोट मिले हैं. कांग्रेस के 9, भाजपा के 5 और निर्दलीय पार्षद होने के बाद भी कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है.
भाजपा पार्षदों को भी मिलाया
बता दें कि नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम आने के बाद से कांग्रेस और भाजपा के बीच अध्यक्ष को लेकर कांटे की टक्कर चल रही थी. इसमें 4 जनवरी को कांग्रेस ने निर्दलियों के साथ ही साथ भाजपा पार्षदों को भी अपने पक्ष में मिलाकर अपनी सरकार बना ली है. वहीं कांग्रेस की प्रभा पटेल मनेंद्रगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष बनी हैं.
कृष्ण मुरारी बने उपाध्यक्ष
वहीं नगर पालिका उपाध्यक्ष कांग्रेस के कृष्ण मुरारी तिवारी बने हैं. अध्यक्ष पद के लिए प्रभा पटेल को 19 वोट मिले जबकि भाजपा के सरजू यादव के पक्ष में सिर्फ 2 वोट ही पड़े. इसमें से एक वोट रद्द हो गया था. वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए कृष्ण मुरारी तिवारी को 14 वोट मिले हैं जबकि भाजपा की जफरुल निशा के पक्ष में 6 वोट पड़े, जिसमें से 2 वोट रद्द हो गए.
प्रभा पहले भी रह चुकी हैं अध्यक्ष
निर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा पहले भी दो बार नगर पालिका अध्यक्ष रह चुकी हैं. अभी वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य हैं. प्रभा पटेल अविभाजित मध्यप्रदेश में 1995 में प्रत्यक्ष प्रणाली से अध्यक्ष बन चुकी हैं. उसके बाद 2005 में प्रत्यक्ष निर्वाचित हुई थी. जीत को लेकर मनेन्द्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल ने कहा कि भले ही मोदी को लोकतंत्र पर भरोसा हो या न हो मनेन्द्रगढ़ के जो भाजपाई हमारे साथी हैं. उन्होंने ये दिखा दिया है कि 19 वोट डालकर मनेन्द्रगढ़ के भाजपा के पार्षद को लोकतंत्र और प्रजातंत्र पर भरोसा है इसलिए उन्होंने कांग्रेस के पक्ष में वोट देकर कांग्रेस का साथ दिया और कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया.
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नवनिर्मित अध्यक्ष बनने के बाद पटेल ने सबसे पहले पानी की व्यवस्था को ठीक करने की बात कही हैं, जिससे महिलाओं को ज्यादा परेशानियों का सामना न करना पड़े.