कोरिया : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरेली त्योहार के अवसर पर सांकेतिक रूप से गोबर खरीद कर प्रदेश में 'गोधन न्याय योजना' की शुरुआत की. कोरिया में भी शुभारंभ भटगांव विधायक और संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने इस योजना का शुभारंभ किया. इस योजना के तहत सरकार पशुपालकों से 2 रुपये किलो की दर से गोबर खरीदेगी. इसके बाद गोबर को जैविक खाद तैयार किया जाएगा.
इस दौरान कार्यक्रम के मुख्यातिथि पारसनाथ राजवाड़े ने सबसे पहले गौमाता की पूजा-अर्चना की. फिर महिला स्व सहायता समूहों द्वारा लगाए स्टॉल का निरीक्षण किया. कार्यक्रम में उन्होंने गोबर बिक्री के लिए गोधन कार्ड हितग्राहियों को वितरण किया.
लोगों में पशुपालन की बढ़ेगी रूचि
बता दें कि किसानों और पशुपालकों से गौठान समितियों दो रुपये प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी करेगी, जिससे महिला स्व सहायता समूह द्वारा वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जाएगा.जिसके बाद तैयार वर्मी कंपोस्ट खाद को 8 रुपये प्रति किलो की दर से सरकार खरीदेगी. खरीदे गए गोबर से अन्य सामग्री भी तैयार की जाएंगी. विधायक राजवाड़े ने बताया कि 'गोधन न्याय योजना' बहुउद्देशीय योजना है, जिसके तहत लोगों में पशुपालन प्रति रूचि बढ़ेगी. साथ ही ग्रामीणों के अलावा पशुपालकों की आमदनी बढ़ेगी. इसके अलावा जिन मवेशियों को दूध नहीं देने पर बाहर आवारा छोड़ दिया जाता है, उनकी वजह से होने वाले सड़क हादसों पर भी ब्रेक लगेगा.
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गोधन न्याय योजना से रोजगार के अवसरों में होगी वृद्धि
योजना का उद्देश्य पशुपालन को बढ़ावा देने के साथ-साथ कृषि लागत में कमी और भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाना है. इस योजना से पर्यावरण में सुधार के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी बड़े बदलाव की उम्मीद है. गोधन न्याय योजना से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसरों का भी सृजन होगा. पारंपरिक रूप से हरेली पर्व कृषि और पर्यावरण से जुड़ी हुई है, इसलिए 'गोधन न्याय योजना' जैसी महत्वकांक्षी की शुरुआत आज के दिन किया गया है.