कोरिया: एक बार फिर मनेंद्रगढ़ वन विभाग (Manendragarh Forest Department) की कारिस्तानी उजागर हुई है. यहां काम करवाने के तीन साल बाद भी मजदूरी नहीं देने का आरोप मनेंद्रगढ़ वन विभाग पर लगा (laborers in Korea accused the forest department) है. वन मंडल मनेन्द्रगढ़ अंतर्गत वन परिक्षेत्र मनेन्द्रगढ़ वृक्षारोपण के लिए गड्डे खुदवाने का काम किया गया था. इस कार्य में नारायणपुर और बुंदेली के लगभग 40 मजदूरों ने हिस्सा लिया था. लेकिन आज तक इन मजदूरों का भुगतान नहीं हो सका (Forest Department accused of not paying wages to laborers) है.
मजदूरी नहीं मिलने से मजदूर परेशान: दैनिक मजदूरी करवाने के बाद मजदूरों को उनका भुगतान नहीं मिल पाया. जिससे मजदूरों में गुस्सा है. यह पूरा मामला तीन साल पुराना है. 3 साल पहले कराये गये कामों का पूरा भुगतान आज तक नहीं हो पाया है. सोमवार को मजदूरी मांगने के लिये लगभग 40 मजदूर नारायणपुर और बुंदेली गांव से इकट्ठा होकर वन मंडल कार्यालय पहुंचे और बकाया मजदूरी भुगतान करवाने के लिये वन मंडलाधिकारी के नाम हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा.
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मजदूरों ने वन परिक्षेत्र अधिकारी पर लगाए आरोप: ग्रामीणों ने वन परिक्षेत्र अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि "3 साल पहले उनसे वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण का कार्य कराया गया था. बार-बार मजदूरी मांगने पर कुछ पैसे उनके खाते में डाल दिए गए. लेकिन मजदूरी का पूरा भुगतान आज तक नहीं किया गया है. उनके द्वारा कई बार वन परिक्षेत्र अधिकारी से मजदूरी की मांग की गई लेकिन उनके द्वारा हमेशा रटा रटाया जवाब दिया जा रहा है". जब इस संबंध में वन मंडलाधिकारी से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि "ये मामला उनके आने के पहले का है. मजदूरों को उनका पूरा पैसा कैसे नहीं मिला इसकी जांच कराई जा रही है. जल्दी ही मजदूरों की बकाया राशि का भुगतान कर दिया जाएगा"