एमसीबी : तेंदुए के हमले को लेकर पिछले कुछ दिनों से जनकपुर और मनेंद्रगढ़ वनमंडल के ग्रामीण काफी परेशान थे. तेंदुआ अब तक गाय का शिकार कर चुका है.वहीं उसके हमले में दो लोगों की जान जा चुकी है. लेकिन वन विभाग की टीम को तेंदुआ को लेकर कोई सुराग नहीं मिला था. अब एक बार फिर ग्रामीणों ने दावा किया है कि उन्होंने तेंदुआ को अरहर की खेत में चारों तरफ से घेर लिया है.इसकी सूचना वनविभाग की टीम को दी गई है. वन विभाग की टीम तेंदुआ का रेस्क्यू करने के लिए दलबल के साथ मौके पर पहुंच गई है. मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद है. वन विभाग ने पिंजड़ा लगा दिया है ताकि तेंदुआ को उसके अंदर डाल सके.
ग्रामीणों ने तेंदुए को जान से मारने की मांग : ग्रामीणों की मांग है कि आदमखोर हो चुके तेंदुए को जान से मार दिया जाए. उसके बाद ही ग्रामीण तेंदुए के हमले में मारे गए युवक के शव का अंतिम संस्कार करेंगे. फिलहाल एसडीओपी राकेश कुर्रे ग्रामीणों को समझाने में लगे हैं. बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है. लगातार ग्रामीण जमकर कर नारेबाजी रहे हैं.ग्रामीण जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह सहित आम आदमी पार्टी महिला विंग की अध्यक्ष सुखमंती सिंह सहित प्रतिनिधि मौजूद है.
बीते एक महीने से तेंदुए की दहशत: मामला जनकपुर थाना क्षेत्र का है. जानकारी के अनुसार जनकपुर क्षेत्र स्थित ग्राम कुमारी में ग्रामीण करणरण दमन बैगा अपने घर के पीछे खेत मं लगे अरहर की फसल को देखकर लौट रहा था, तभी तेंदुए ने उस पर अचानक हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इसके पहले तेंदुए के हमले से 11 दिसंबर को कुवारपुर रेंज के गिधौरा निवासी 65 वर्षीय महिला फुलजरिया बाई की मौत हो चुकी है. 23 दिसंबर को छपरा टोला में रहने वाले सुरेश को भी घायल किया था. वहीं 3 जनवरी को उमाबाई पर हमला कर घायल किया था, जहां उसकी मौत हो गई थी.ग्रामीणों के साथ मौके पर वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद है.
वन अमला मौके पर डटा : वन विभाग की ओर से लगातार लोगों को तेंदुए से सावधान करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी भी कराई जा रही है.तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे और ट्रैपिंग कैमरे भी जंगल में लगाए गए हैं, लेकिन उसके बावजूद भी तेंदुए को पकड़ पाने में वन विभाग की टीम को सफलता नहीं मिली है. मौके पर सैकड़ों ग्रामीण, वन विभाग टीम, DFO जनकपुर भी मौजूद मौका स्थल पर मौजूद है. कुछ देर बाद SDOP भी पहुंचने वाले हैं. PCCF वाइल्ड लाइफ रायपुर से और डॉ. चंदन की विशेषज्ञ टीम भी जनकपुर की ओर हो रवाना होने वाली है.
आदमखोर तेंदुए का खौफ : एमसीबी जिले के भरतपुर में आदमखोर तेंदुए के आतंक से जनकपुर के ग्रामीण दहशत में है. बीते रविवार को तेंदुए के हमले से तीसरी मौत हो चुकी है. वही ग्रामीण लगातार हो रहे तेंदुए के हमले से परेशान हैं. सोमवार सुबह ग्रामीण नजर बना के रखे हुए थे. जैसे ही अरहर के खेत में तेंदुआ घुसा वैसे ही सैकड़ों ग्रामीणों ने उसे चारों ओर से घेर लिया. ग्रामीण अपने साथ लाठी, टांगी, भाला , हंसिया रखे हुए हैं.वहीं वन विभाग ने इस बात की जानकारी मिलते ही मोर्चा संभाल लिया है ताकि तेंदुआ को किसी भी तरह से कोई नुकसान ना पहुंचाएं.
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क्या है ग्रामीणों का कहना : ग्रामीण ने बताया कि '' सुबह सात बजे जब मैं अपनी गाय को खोजने निकला तो देखा एक जंगली जानवर अरहर के खेत में घुसा है. जिसके बाद सभी ग्रामीण उसे चारों ओर से घेरे हैं.'' ग्रामीण महिला के मुताबिक ''यहीं पास में तेंदुआ कूदा है.लोगों को देखकर वो अरहर के खेत में घुस गया है.अरहर में खुद को बचाने के लिए अपने पिता के साथ खेत में शरण ली.''
वहीं एक दूसरे ग्रामीण ने बताया कि '' जानवर ऊपर हमला करने वाला था. तभी मैने टांगी उठाया और वह पत्थर के ऊपर चढ़ गया. उसके बाद मेरे साथ और लोग थे. फिर धीरे से अरहर के खेत में जाकर घुस गया है. जंगल की तरफ से कोई वन्यप्राणी आया है.जिसकी तलाश करने के लिए ग्रामीण इकट्ठा हुए हैं. कोई हिंसक प्राणी आया है जिसकी तलाश में पहुंचे हैं. रेस्क्यू टीम भी पहुंची है. उसके बाद ही बता पायेंगे कि कौन सा हिंसक प्राणी है.''