एमसीबी : तीन इंसानों और मवेशी का शिकार करने वाले आदमखोर तेंदुए पर निगरानी रखने और उसे पकड़ने के लिए कांकेर से वन्यप्राणी की एक्सपर्ट टीम मनेन्द्रगढ़ वनमंडल के जनकपुर परिक्षेत्र में पहुंच चुकी है. जनकपुर वनपरिक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि '' ये टीम निगरानी रखेगी कि तेंदुआ कहां विचरण कर रहा हैं, कोई दूसरा जानवर तो नही है. यह टीम पदचिह्न के आधार पर पता करेगी तेंदुआ अभी किस इलाके में है. साथ ही ये भी पता लगाया जाएगा कि यह सिर्फ इसी क्षेत्र में हैं या दूसरे क्षेत्र में. साथ ही साथ टीम ये भी जानना चाहती है कि हमला तेंदुआ ने किया है या किसी और जानवर ने.
मेले को लेकर वन विभाग चिंतित : 14 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर कैलाश मंदिर जनकपुर में मेला का आयोजन किया जा रहा है. वन परिक्षेत्र जनकपुर से लगे हुए वन क्षेत्रों में वन्यप्राणी खतरनाक तेंदुआ घूम रहा है. पिछली 3 जनवरी को ग्राम सिंगरौली (पुरानिहापारा) में एक महिला को तेंदुआ ने मार डाला था. इसके अलावा तेंदुए ने 10 जनवरी को एक मवेशी का शिकार भी किया था. इससे स्पष्ट है कि जनकपुर क्षेत्र मे वन्यप्राणी तेंदुआ का विचरण हो रहा है. जनकपुर में मकर संक्रांति के अवसर पर कैलाश मंदिर में लगने वाले मेले में वन परिक्षेत्र जनकपुर से लगे गांवों से ग्रामीण मेले में आएंगे.
ऐसे में वन्य प्राणी तेंदुआ द्वारा अप्रिय घटना किए जाने की संभावना है. वनपरिक्षेत्र जनकपुर की टीम तेंदुआ से होने वाली अप्रिय घटना की रोकथाम के लिए सक्रिय है. भरतपुर क्षेत्र में अब तक आदमखोर तेंदुए ने तीन इंसानों का शिकार किया. जिसमें दो महिलाएं और एक बालक शामिल है. अब तेदुए ने एक मवेशी को अपना शिकार बनाया है. जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है.
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तेंदुआ को लेकर वनविभाग आश्वस्त नहीं : रेंजर संदीप कुमार सिंह ने बताया गया कि '' कांकेर से आई टीम गांवों का दौरा करेगी. सबसे पहले हम लोगों से यह पता करने की कोशिश की है कि कौन सा वन्य प्राणी है. हम लोगों ने कुछ ट्रैकर भी चेक किये और कैमरे भी चेक किये. उसके बाद हम लोगों ने पैरों के निशान भी चेक किए. जिसमें कोई जानवर चलेगा तो उसके पंजों के निशान आयेंगे. जिसके बाद हम लोगों को सुबह से सियारों और हाइना के पंजों के निशान ही मिले हैं. उस एरिया में ऐसा कोई आदमखोर तेंदुआ जैसा हल्ला उड़ा है, उस एरिया में ऐसा कोई पद चिन्ह या फोटो ग्राफ अभी तक नहीं मिला है. यह कहना मुश्किल है कि तेन्दुआ ही है. अभी हम लोग आज और भी कैमरे लगा रहे हैं. कैमरे का दायरा भी हम बढ़ा रहे हैं. इससे यह पता चल जाएगा कि हमला करने वाला जानवर तेंदुआ है या फिर और कोई जानवर. इससे पता चल जायेगा. आप लोगों को जल्द बताया जायेगा कौन सा जानवर है.