एमसीबी : मनेन्द्रगढ़ शहर में पिछले कई सालों से सार्वजनिक होलिका दहन किया जाता है. हरियाणा नागरिक संघ और राजस्थान नवयुवक मंडल यह आयोजन करते हैं. इस साल भी श्रीराम मंदिर मैदान में होलिका दहन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. खास बात यह है कि होलिका दहन से पहले लोग यहां पूजा करने भी पहुंच रहे हैं.
होलिका की मूर्ति का होता है दहन : लकड़ियों के ढेरों पर होलिका की मूर्ति और उनकी गोद में भक्त प्रह्लाद की मूर्ति के साथ होलिका की पूजा की जाती है. सुबह से ही मंदिर परिसर में लोग पूजा करने पहुंच रहे हैं. हर साल श्रीराम मंदिर मैदान में सार्वजनिक होलिका दहन होता है. आयोजन स्थल में भजन कीर्तन भी किया जाता है. आयोजन को भव्य रूप देने के लिए राजस्थान नवयुवक मंडल के साथ ही हरियाणा नागरिक संघ भी जुटा है.
अहंकारी होलिका का हुआ दहन : श्रद्धालु उमा देवी ने बताया कि ''मारवाड़ी समाज की तरफ से होलिका बनाई जाती है. मारवाड़ी समाज के लोग मिलकर होलिका बनाते हैं. मारवाड़ी समाज की औरतें आज के दिन पूजा करने आती हैं. सब लोग साथ में मिलकर पूजा करते हैं. होलिका को वरदान था कि वह आग में नहीं जलेंगी लेकिन होलिका जल गईं और प्रह्लाद बच गए. इस खुशी में होलिका दहन किया जाता है. सत्य की जीत हुई थी.''
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होलिका दहन के साथ पर्व की होगी शुरुआत : रामचरित द्विवेदी ने बताया कि ''सनातन धर्म में होली पर्व का विशेष महत्व है. मनेंद्रगढ़ में सार्वजनिक होलिका दहन रात 8 बजकर 51 मिनट पर होगा. लोग नगाड़ों के बीच एक दूसरे को रंग गुलाल लगाएंगे और होली का उत्सव शुरू हो जाएगा.''