कोरियाः भरतपुर के ग्राम पंचायत अक्तवार में घूसखोरी का मामला सामने आया है. जहां क्रेडा विभाग के ठेकेदार ने हाई मास्ट लाइट लगाई थी. हाई मास्ट की 6 लाइट रिपेयरिंग के बाद भी इलाके को रौशन नहीं कर पाई. जबकि ठेकेदार ने हाल ही में इन हाई मास्ट लाइटों की रिपेयरिंग भी करवाई थी. फिर भी लाइटें पूरी नहीं जल पाई.
लाखों खर्च के बाद भी काम जस का तस
ग्राम पंचायत के लोगों का कहना है कि शासन के लाखों खर्च करने के बाद भी इस प्रकार की लाइट क्यों लगवाई गई. ग्रामीणों ने बताया कि हाई मास्ट की 6 लाइट लगी थी. जो दो बार रिपेयरिंग होने के बाद भी केवल तीन लाइट जल सकी हैं. बाकी बची लाइट को लेकर ठेकेदार पर आरोप लगाया जा रहा है कि उसका भी क्या भरोसा वो भी खराब हो जाए.उनका कहना है कि मास्ट लाइट में सस्ते सामान का उपयोग किया गया है.
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लाइट लगवाई गई लेकिन जली कितनी
मास्ट लाइट योजना में कमीशन खोरी का खेल लाखों में खेला गया है. जिसकी वजह से इस प्रकार के मटेरियल का उपयोग किया गया है. विकासखंड भरतपुर में जितनी भी हाई मास्ट लाइट लगवाई है. उसमें 50 प्रतिशत से कम लाइट ही सही है. ग्रामीणों का कहना है कि उच्च अधिकारियों को इस भ्रष्ट ठेकेदार का ठेका रद्द करना चाहिए.