कोरिया: छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्यकर्मियों को बड़ी राहत मिली है. जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पटना के बीएमओ और लिपिक ने हड़ताल पर गए स्वास्थ्य कर्मियों को लाखों की राशि का भुगतान कर दिया है. बीएमओ और लिपिक की ओर से हड़ताली स्वास्थ्य कर्मियों को भुगतान करने के बाद अब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी करने की बात कही है.
ये है पूरा मामला: दरअसल, छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में स्वास्थ्य विभाग में काम कर रहे सैकड़ों कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 21 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे. इस वजह से नागरिक सेवाएं और शासकीय काम प्रभावित होने के बाद शासन, प्रशासन द्वारा हड़ताल कर रहे कर्मियों को वापस काम पर जाने के लिए लगातार कहा जा रहा था. ताकि मरीज और उनके परिजन परेशान न हो. लेकिन इन कर्मियों के अड़ियल रवैये के बाद इन पर कड़ी कार्रवाई की गई थी.
हड़ताल के दिन का भी मिला पैसा: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पटना के खंड चिकित्सा अधिकारी, लिपिक की ओर से संयुक्त सचिव और अपर सचिव के आदेश को दरकिनार करते हुए हड़ताल पर गए कर्मचारियों को हड़ताल दिवस के लाखों रुपए की राशि भुगतान कर दी गई है. जबकि शासन के आदेश में हड़ताल दिवस की राशि का भुगतान नहीं करने की बात कही गई थी. हड़ताल में गए कर्मचारियों को हड़ताल के दौरान अनुपस्थित अवधि का निराकरण कार्रवाई विभाग द्वारा अलग से की जानी थी.
बीएमओ और लिपिक को नोटिस जारी: कोरिया के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर एस सिंगर ने इस मामले में हड़ताली चिकित्सा कर्मियों को भुगतान नहीं करने का स्पष्ट रूप से आदेश दिया था. शासन की गाइडलाइन अनुरूप ही पालन किया जाना चाहिए था. मामले में सीएमएचओ का कहना है कि यदि कर्मियों के द्वारा इस तरह का भुगतान किया गया है, तो तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.