ETV Bharat / state

mcb latest news: वन्य जीवों के हमले में चार लोगों की मौत, एमसीबी में कब घोषित होगा टाइगर रिजर्व !

कोरिया में बीते दो महीने में जंगली जानवरों के हमले से 4 लोगों की मौत हुई है. जिसके बाद अब जंगलों में शाकाहरी जानवरों को छोड़ा जा रहा है. इसके लिए नंदनवन रायपुर से 20 चीतल और कानन पेंडारी से 15 नीलगाय गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए हैं. यहां लगातार बाघों की संख्या बढ़ती जा रही है. 2019 में 4 बाघ थे, जो अब बढ़कर 6 हो चुके हैं. इसके अलावा एक सिंगरौली मध्य प्रदेश से आकर जिले में विचरण कर रहा है. भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत कोरिया पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से लोगों ने सवाल पूछा था. अब तक टाइगर रिजर्व घोषित करने को लेकर नोटिफिकेशन जारी क्यों नहीं किया गया है.

mcb latest news
एमसीबी में कब घोषित होगा टाइगर रिजर्व
author img

By

Published : Feb 13, 2023, 4:48 PM IST

Updated : Feb 13, 2023, 4:56 PM IST

कोरिया: गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के संचालक रामाकृष्णन ने बताया कि "मांसाहारी जानवरों के भोजन के लिए शाकाहरी जानवरों को पार्क में लाने का सिलसिला जारी है. 20 चीतल और 15 नीलगाय आ चुकी हैं. पार्क में बाघों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. यहां उनके लिए अच्छा माहौल है. जिसके कारण दूसरे राज्य से बाघ यहां आ रहे है. अब तक 6 बाघ है. सभी पर विभाग निगरानी बनाए हुए है. बीते दो महीने में 3 लोगों की मौते तेंदुए के हमले से जबकि एक की मौत बाघ के हमले में हुई है. जिसे लेकर वन विभाग सक्रिय हो गया है."

उन्होंने कहा कि "मनेन्द्रगढ़ वनमंडल के कोरिया वनमंडल में इंसान के रहवास क्षेत्रों में बाघ का विचरण चिंतनीय होता जा रहा है. जिसे लेकर गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के संचालक की पहल राज्य के वन विभाग के अधिकारी के निर्देश पर शाकाहारी जानवरों को लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, ताकि मांसाहारी जानवर इंसानों की और अपना रूख ना कर सके. दो दिन पहले नंदनवन से 20 चीतल और कानन पेंडारी से 15 नीलगाय लाई गई है. शुरुआती तौर पर दोनों को अभी एक बाड़े में रखा गया है. कुछ दिन बाद जब वे वातावरण के अनुसार खुद को एडजेस्ट कर लेगें तो उन्हें जंगल में छोड़ दिया जाएगा."

भूखे होने के कारण हमला: पार्क के डायरेक्टर रामाकृष्णन की मानें तो जिस बाघ ने एक व्यक्ति की जान ली. उसने तीन बार जानवर को मारने की कोशिश की. तीनों बार ग्रामीणों की शोर गुल के कारण उसके हाथ से शिकार दूर हो गया और बाघ तीन दिन से भूखा था. वहीं जिस व्यक्ति पर बाघ ने हमला किया वो बैठ कर मछली पकड़ रहा था. जिसके कारण बाघ ने पीछे से हमला कर उसे अपना शिकार बनाया. इंसान खड़ा रहता तो बाघ हमला नहीं करता.

यह भी पढ़ें: Tiger terror in koriya कोटाडोल वनपरिक्षेत्र में बाघ ने किया शिकार, गांव वालों को वनविभाग ने किया अलर्ट

सिंगरौली की ओर से आया है बाघ: गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में 6 बाघ है, जबकि एक मादा बाघिन अभी नजर नहीं आ रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि बाघिन फिर से गर्भवती है. इसके अलावा एक बाघ सिंगरौली मध्य प्रदेश की ओर से मनेन्द्रगढ़ वनमंडल में घुसा और फिर कोरिया वनमंडल होते हुए गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान पहुंचा और फिर वो अन्य स्थानों पर देखा जा रहा है. दो दिन पहले पार्क के 5 स्थानों पर एक ही दिन में 5 बाघों ने 5 मवेशियों का शिकार किया.



कब घोषित होगा टाइगर रिजर्व ?: फरवरी 2021 में एनटीसीए ने देश के 53वें टाइगर रिजर्व के लिए गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान को अनुमति प्रदान की थी. जिसके बाद दो साल पूरा हो चुका है. इस दौरान पार्क प्रबंधन ने राज्य सरकार की सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी है. सिर्फ राज्य सरकार के नोटिफिकेशन का इंतजार है. भेंट मुलाकात में कोरिया पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से टाइगर रिजर्व के नोटिफिकेशन जारी नहीं होने के लोगों के सवाल पर उन्होंने जल्द घोषणा की बात कही थी, लेकिन अब तक आठ महीने बीत चुके हैं. अब तक राज्य सरकार ने नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है. इधर लगातार बाघों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है.

कोरिया: गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के संचालक रामाकृष्णन ने बताया कि "मांसाहारी जानवरों के भोजन के लिए शाकाहरी जानवरों को पार्क में लाने का सिलसिला जारी है. 20 चीतल और 15 नीलगाय आ चुकी हैं. पार्क में बाघों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. यहां उनके लिए अच्छा माहौल है. जिसके कारण दूसरे राज्य से बाघ यहां आ रहे है. अब तक 6 बाघ है. सभी पर विभाग निगरानी बनाए हुए है. बीते दो महीने में 3 लोगों की मौते तेंदुए के हमले से जबकि एक की मौत बाघ के हमले में हुई है. जिसे लेकर वन विभाग सक्रिय हो गया है."

उन्होंने कहा कि "मनेन्द्रगढ़ वनमंडल के कोरिया वनमंडल में इंसान के रहवास क्षेत्रों में बाघ का विचरण चिंतनीय होता जा रहा है. जिसे लेकर गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के संचालक की पहल राज्य के वन विभाग के अधिकारी के निर्देश पर शाकाहारी जानवरों को लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, ताकि मांसाहारी जानवर इंसानों की और अपना रूख ना कर सके. दो दिन पहले नंदनवन से 20 चीतल और कानन पेंडारी से 15 नीलगाय लाई गई है. शुरुआती तौर पर दोनों को अभी एक बाड़े में रखा गया है. कुछ दिन बाद जब वे वातावरण के अनुसार खुद को एडजेस्ट कर लेगें तो उन्हें जंगल में छोड़ दिया जाएगा."

भूखे होने के कारण हमला: पार्क के डायरेक्टर रामाकृष्णन की मानें तो जिस बाघ ने एक व्यक्ति की जान ली. उसने तीन बार जानवर को मारने की कोशिश की. तीनों बार ग्रामीणों की शोर गुल के कारण उसके हाथ से शिकार दूर हो गया और बाघ तीन दिन से भूखा था. वहीं जिस व्यक्ति पर बाघ ने हमला किया वो बैठ कर मछली पकड़ रहा था. जिसके कारण बाघ ने पीछे से हमला कर उसे अपना शिकार बनाया. इंसान खड़ा रहता तो बाघ हमला नहीं करता.

यह भी पढ़ें: Tiger terror in koriya कोटाडोल वनपरिक्षेत्र में बाघ ने किया शिकार, गांव वालों को वनविभाग ने किया अलर्ट

सिंगरौली की ओर से आया है बाघ: गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में 6 बाघ है, जबकि एक मादा बाघिन अभी नजर नहीं आ रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि बाघिन फिर से गर्भवती है. इसके अलावा एक बाघ सिंगरौली मध्य प्रदेश की ओर से मनेन्द्रगढ़ वनमंडल में घुसा और फिर कोरिया वनमंडल होते हुए गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान पहुंचा और फिर वो अन्य स्थानों पर देखा जा रहा है. दो दिन पहले पार्क के 5 स्थानों पर एक ही दिन में 5 बाघों ने 5 मवेशियों का शिकार किया.



कब घोषित होगा टाइगर रिजर्व ?: फरवरी 2021 में एनटीसीए ने देश के 53वें टाइगर रिजर्व के लिए गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान को अनुमति प्रदान की थी. जिसके बाद दो साल पूरा हो चुका है. इस दौरान पार्क प्रबंधन ने राज्य सरकार की सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी है. सिर्फ राज्य सरकार के नोटिफिकेशन का इंतजार है. भेंट मुलाकात में कोरिया पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से टाइगर रिजर्व के नोटिफिकेशन जारी नहीं होने के लोगों के सवाल पर उन्होंने जल्द घोषणा की बात कही थी, लेकिन अब तक आठ महीने बीत चुके हैं. अब तक राज्य सरकार ने नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है. इधर लगातार बाघों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है.

Last Updated : Feb 13, 2023, 4:56 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.