कोरियाः एक तरफ सरकार का कहना है कि वह गांव का विकास कर रही है. जबकि दूसरी ओर विकास के लिए राशि तो निकाली जाती है, लेकिन महज कागजों पर खानापूर्ति कर उस राशि का गबन कर लिया जाता है. ताजा मामला कोरिया जिले के भरतपुर का है. यहां एक सचिव ने भरतपुर ग्राम पंचायत खिरकी के बडेरा पारा स्थित आंगनबाड़ी में सबमर्सिबल पम्प से लेकर नल लगाने के पूरे कार्य के नाम से 92 हजार रुपये की राशि निकाल तो ली, लेकिन उन्होंने कार्य न कराकर वेंडर से मिलीभगत कर उक्त राशि का गबन कर लिया. जब सरपंच ने राशि की मांग की तो उसे डरा-धमका कर शांत करा दिया गया.
अब तक नहीं किया गया कनेक्शन
इधर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा यादव ने बताया कि सबमर्सिबल पम्प अब तक नहीं लगाया गया है. न ही पम्प का कनेक्शन ही किया गया है. आंगनबाड़ी में महज एक पानी की टंकी लाकर रख दिया गया है. वहीं गांव के सरपंच आदर्श सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत खिरकी पारा बडेरा मोहल्ले में पानी की टंकी को शो-पीस बनाकर उस मद का पूरा पैसा निकाल लिया गया है. कई बार सचिव कमल नारायण को बोला तो उन्होंने कहा कि आज काम कर देता हूं, लेकिन आज 8-9 महीने बीत गए, लेकिन काम अब तक नहीं हो पाया है.
काम की करा रहे हैं जांच
वहीं जनपद पंचायत के सीईओ तुलसी दास मरकाम का कहना है कि उस काम की जांच करा रहे हैं. अगर काम नहीं हुआ है तो उसी राशि से दोबारा काम कराएंंगे.