एमसीबी: एमसीबील के भरतपुर ब्लॉक में करीब 300 से अधिक ग्रामीण बच्चों को फर्जी डिग्री बांटने का मामला (Computer academy distributed fake degrees) सामने आया है. आरोपियों द्वारा ग्रामीण बच्चों को झांसा देकर फर्जी 10वीं-12वीं की अंकसूची और कम्प्यूटर डिग्री (डिप्लोमा) बांटा गया है. मामले में एसडीएम दफ्तर और थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है. Bharatpur crime news
ग्रामीण बच्चों को बांटी फर्जी डिग्री क्या है पूरा मामला: राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ के बाहर के विश्वविद्यालय का अध्ययन केंद्र खोलने की अनुमति नहीं दी है, सिर्फ राज्य से बाहर केंद्रीय विश्वविद्यालय का अध्ययन केंद्र छत्तीसगढ़ में खोलने की अनुमति है. इसके बावजूद कम्प्यूटर एकेडमी ने ग्रामीण बच्चों को भ्रमित कर दाखिला दिया. उस संस्थान से पास होने के बाद बच्चों का रोजगार कार्यालय में पंजीयन नहीं हो रहा है, क्योंकि कम्प्यूटर एकेडमी को किसी विश्वविद्यालय से अध्ययन केंद्र के रूप में मान्यता नहीं मिली है. मामले में बच्चों ने एसडीएम व थाना में शिकायत कर संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने गुहार लगाई है. फर्जी रिजल्ट हमें कम्प्यूटर शिक्षण संस्थान एकेडमी के द्वारा दिया गया है.
कम्प्यूटर के साथ पैरामेडिकल कोर्स चलाने का दावा: एबीवीपी प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अभिमन्यु उपाध्याय ने बताया कि "कम्प्यूटर एकेडमी में डीसीए, पीजीडीसीए, बीसीए सहित पैरामेडिकल कोर्स संचालित करने का बोर्ड लगाया गया है. जिससे ग्रामीण अंचल के भोलेभाले बच्चे दाखिला लेते हैं और पास होने के बाद रोजगार कार्यालय में पंजीयन नहीं होता है. कम्प्यूटर एकेडमी द्वारा दाखिला के समय बच्चों के 10वीं-12वीं का ओरिजनल मार्कशीट रख लिया जाता है.
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अखिल भारतीय हरियाणा बोर्ड की अंकसूची बांटी: कम्प्यूटर एकेडमी संचालक ने पैसा लेकर भरतपुर ब्लॉक के भोलेभाले बच्चों को अखिल भारतीय हरियाणा बोर्ड की 10वीं-12वीं की अंकसूची बांटी है. जबकि अखिल भारतीय हरियाणा बोर्ड नाम से हरियाणा राज्य में संचालित नहीं है। ठगे गए बच्चे 10वीं-12वीं की अंकसूची लेकर रोजगार कार्यालय पंजीयन कराने गए तो अमान्य कर दिया गया। जिससे ग्रामीण अंचल के बच्चे काफी परेशान हैं।अगर कोई भी संस्था झांसा देकर दूसरे राज्य के फर्जी बोर्ड की 10वीं-12वीं की अंकसूची बांट रही है. तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।