ETV Bharat / state

कोरिया: सिस्टम की अनदेखी, डर के साये में भविष्य गढ़ रहे बच्चे - SDM को पेड़ काटने का आवेदन

हाइटेंशन तार से सटे हुए पेड़ के निचे स्थित हैंडपंप है जहां स्कूली बच्चे पानी पीने जाते हैं. ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन जिम्मेदारों का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है. जिम्मेदारों की लापरवाही देख ऐसा लगता है कि वे किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं.

डर के साये में भविष्य गढ़ रहे बच्चे
author img

By

Published : Sep 26, 2019, 5:19 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 6:46 PM IST

कोरिया : झगराखंड नगर पंचायत में संचालित सरकारी स्कूल में पेड़ से सटा हाईटेंशन तार गुजर रहा है. जिसके निचे स्कूल के बच्चे पानी पीने को मजबूर हैं. लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. स्कूल के प्राचार्य ने पेड़ को कटवाने के लिए प्रशासन को कई बार आवेदन दिया है, लेकिन अब तक प्रशासन ने इस ओर कोई कदम नहीं उठाए हैं.

डर के साये में भविष्य गढ़ रहे बच्चे

मंडरा रहा खतरा
दरअसल, स्कूल में पानी का एक मात्र माध्यम इसी तार से सटे हुए पेड़ के निचे स्थित हैंडपंप है. हाईटेंशन की तार जिसकी चपेट में आने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. खतरे के बावजूद बच्चे दिन भर वहीं से पानी भरते और खेलते हैं.

पढ़ें : पुणे में बारिश का कहर, अब तक 10 लोगों की मौत

कोई नही दे रहा इस ओर ध्यान
स्कूल के प्राचार्य गंगा प्रसाद ने बताया कि जब हमने खतरे को देखते हुए वन विभाग को पेड़ काटने का आवेदन देना चाहा तो विभाग ने इसे राजस्व का मामला बताते हुए, राजस्व विभाग में आवेदन देने के निर्देश दिये. कुछ दिन पहले SDM को आवेदन दिया गया था, लेकिन अब तक इस ओर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. नगर पंचायत अध्यक्ष ने भी DFO को पेड़ काटने से संबंधित आवेदन दिया है जिसका अब तक कोई जवाब नहीं आया है.

कोरिया : झगराखंड नगर पंचायत में संचालित सरकारी स्कूल में पेड़ से सटा हाईटेंशन तार गुजर रहा है. जिसके निचे स्कूल के बच्चे पानी पीने को मजबूर हैं. लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. स्कूल के प्राचार्य ने पेड़ को कटवाने के लिए प्रशासन को कई बार आवेदन दिया है, लेकिन अब तक प्रशासन ने इस ओर कोई कदम नहीं उठाए हैं.

डर के साये में भविष्य गढ़ रहे बच्चे

मंडरा रहा खतरा
दरअसल, स्कूल में पानी का एक मात्र माध्यम इसी तार से सटे हुए पेड़ के निचे स्थित हैंडपंप है. हाईटेंशन की तार जिसकी चपेट में आने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. खतरे के बावजूद बच्चे दिन भर वहीं से पानी भरते और खेलते हैं.

पढ़ें : पुणे में बारिश का कहर, अब तक 10 लोगों की मौत

कोई नही दे रहा इस ओर ध्यान
स्कूल के प्राचार्य गंगा प्रसाद ने बताया कि जब हमने खतरे को देखते हुए वन विभाग को पेड़ काटने का आवेदन देना चाहा तो विभाग ने इसे राजस्व का मामला बताते हुए, राजस्व विभाग में आवेदन देने के निर्देश दिये. कुछ दिन पहले SDM को आवेदन दिया गया था, लेकिन अब तक इस ओर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. नगर पंचायत अध्यक्ष ने भी DFO को पेड़ काटने से संबंधित आवेदन दिया है जिसका अब तक कोई जवाब नहीं आया है.

Intro:एंकर : प्रधानमंत्री मोदी जी का सपना है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाया जाए और प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगे लेकिन इसके उलट छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार नोनिहालो के भविष्य की चिंता किए बगैर सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रही है ।
Body:वीओ: कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के अंतर्गत झगराखण्ड नगर पंचायत में सरकारी स्कूल के बच्चे हैंडपम्प से पानी पीते अपनी मस्ती में मस्त है और प्रतिदिन ये स्कूली बच्चे की यही दिनचर्या है, लेकिन अपनी मस्ती में मस्त इन बच्चों को ये नही मालूम इनके ऊपर हमेशा एक आकस्मिक खतरा मंडरा रहा है या यूं कहें कि मौत का साया मंडरा रहा है, हम ये कहने के लिए इस लिए मजबूर है यहां की सरकार को बच्चों से कोई सरोकार नही है एक तरफ हमारे प्रधानमंत्री सरकारी स्कूल को उन्नयान की सोच रखे हुए है दूसरी तरफ प्रदेश सरकार के नुमाइंदे आज तक इस खतरे को नजरअंदाज किये हुए है, दरसअल जिस जगह पर बच्चे पानी पी रहे है वहाँ एक पेड़ खड़ा हुआ है और उससे सटी हुई है हाई टेंशन की तरंगित तारे जो कि कभी भी अपने करेंट से किसी को भी कुछ ही सेकंडों में झुलसा सकती है, इतना ही नही उसी जगह पर लगे हैंडपम्प में बिजली के लीकेज करंट भी आ सकते हैं जो बड़ी दुर्घटना को निमंत्रण दे रहा है, सबसे आश्चर्य की बात यह है कि नगरपंचायत अध्यक्ष इस स्कूल में रोजाना आना जाना होता है और ये नजारा उनके आंखों के सामने होता है इसके बाद भी अभी तक कोई कारगर कदम क्यों नही उठाए गये, जब हमने न.पँ.अध्य्क्ष से बात की तो उनका कहना इस प्रकार था,
बाइट - ओमप्रकाश विश्कर्मा (अध्यक्ष नगरपंचायत) (पीली कलर सर्ट)

इस बारे में जब हमने स्कूल के प्राचार्य से बात की उनका कहना इस प्रकार था
बाइट - गंगा प्रसाद शुक्ला (प्राचार्य)(नीले कलर की सर्ट)Conclusion:Vo3: दोनो ने अपनी बात करके इतिश्री कर दी लेकिन इन बच्चों के भविष्य की चिंता किसी को नही है अभी कोई घटना घट जाए तो उसमें विभाग लीपापोती में लग जायेगा समय रहते अगर कोई ठोस कदम उठाया जाए तो बड़ी दुर्घटना से बचा जा सकता है,

सत्य प्रकाश (कोरिया, मनेन्द्रगढ़ विधानसभा)
Last Updated : Sep 26, 2019, 6:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.