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भरतपुर के सरकारी दुकान में कालाबाजारी, सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की मांग

मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर चिरमिरी के भरतपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत हरचौक स्थित शासकीय दुकान में कालाबाजारी का मामला सामने आया है. Black Marketing In Government Shop In Bharatpur कालाबाजारी करते सरपंच को ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ने का दावा किया है. ग्रामीणों ने सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की मांग की Demand for Action Against Sarpanch है.

Black marketing in government shop in Bharatpur
भरतपुर के सरकारी दुकान में कालाबाजारी
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Published : Jan 7, 2023, 5:56 PM IST

Updated : Jan 7, 2023, 6:46 PM IST

भरतपुर के सरकारी दुकान में कालाबाजारी

मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: साल 2022 के अक्टूबर महीने से जनवरी तक का उचित मूल्य की दुकान पर हितग्राहियों का आया हुआ राशन बेचने का आरोप सरपंच पर लगा है. Black Marketing In Government Shop In Bharatpur. लोगों ने आरोप लगाया है कि सरपंच ने शासकीय राशन से भरी ट्रक में से रास्ते से ही चावल की 7 बोरी पिकअप में लोड कर बेच दिया. लेकिन अब तक सरपंच के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया है. लोगों ने सरपंच को रंगे हाथों पकड़ने का दावा दिया है. इस मामले में ग्रामीण जिला प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगा रहे हैं. यह पूरी घटना एमसीबी जिले के हरचौका की है. इस मामले में उपसरपंच पर भी आरोप लगा है.

सरकारी दुकान में अनाज घोटाला: ग्रामीणों का कहना है कि "हितग्राहियों के लिए आया हुए खाद्य सामग्री को सरपंच हेरा फेरी कर देता है. हितग्राही ग्रामीणों को सरपंच बोलता है कि अब तक राशन नहीं आया है आने पर दिया जाएगा. रास्ते में ही शासकीय खाद्य सामग्री से भरा ट्रक को एक ग्रामीण ने पकड़ा है. जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ.

यह भी पढ़ें: शशिकांता राठौर का निधन, राज्य महिला आयोग की थी सदस्य

राशन की हेराफेरी: गांव की महिला गुड्डन बाई ने बताया कि "हम लोगों ने घर के सामने 35 बोरी चावल को पकड़ा था. उसके बाद गांव के लोगों को बुलाकर दिखाया गया. इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई. जब अधिकारी आए तो राशन की हेराफेरी कर दी गई. फिर भी वहां 7 बोरी चावल कम पाया गया."

हितग्राहियों को नहीं मिल रहा सरकारी अनाज: गांव के ही ग्रामीण राजबहोर अहिरवार ने बताया कि "मुझे ना ही चावल और ना ही चना मिला है. गांव के सरपंच व्यापारियों को हितग्राहियों का राशन बेच देता है. जिससे कि हम लोगों को राशन नहीं मिलता है." वहीं ग्रामीण गेंदलाल का कहना है कि " पिछले अक्टूबर महीने में 43 क्विंटल चावल जो आया था उस चावल को पूरी तरह से सरपंच ने बेच दिया. ना ही किसी को शक्कर मिली ना ही चना. सारे हितग्राहियों के हक के राशन की हेराफेरी की गई है"

उपसरपंच ने सरपंच पर मढ़ा आरोप: ग्राम पंचायत हरचौका के उपसरपंच राम सिंह मरावी का कहना है कि "सरपंच लगातार शासकीय उचित मूल्य की दुकान में घोटाला करता है. इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. पूरे गांव के ग्रामीण सरपंच से परेशान हैं." वहीं भरतपुर विकासखंड के तहसीलदार शशिकांत तिवारी का कहना है कि " हमें जांच का आदेश मिला है. हमने जांच पड़ताल कर आगे की कार्रवाई के लिए केस आगे बढ़ा दिया है."

भरतपुर के सरकारी दुकान में कालाबाजारी

मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: साल 2022 के अक्टूबर महीने से जनवरी तक का उचित मूल्य की दुकान पर हितग्राहियों का आया हुआ राशन बेचने का आरोप सरपंच पर लगा है. Black Marketing In Government Shop In Bharatpur. लोगों ने आरोप लगाया है कि सरपंच ने शासकीय राशन से भरी ट्रक में से रास्ते से ही चावल की 7 बोरी पिकअप में लोड कर बेच दिया. लेकिन अब तक सरपंच के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया है. लोगों ने सरपंच को रंगे हाथों पकड़ने का दावा दिया है. इस मामले में ग्रामीण जिला प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगा रहे हैं. यह पूरी घटना एमसीबी जिले के हरचौका की है. इस मामले में उपसरपंच पर भी आरोप लगा है.

सरकारी दुकान में अनाज घोटाला: ग्रामीणों का कहना है कि "हितग्राहियों के लिए आया हुए खाद्य सामग्री को सरपंच हेरा फेरी कर देता है. हितग्राही ग्रामीणों को सरपंच बोलता है कि अब तक राशन नहीं आया है आने पर दिया जाएगा. रास्ते में ही शासकीय खाद्य सामग्री से भरा ट्रक को एक ग्रामीण ने पकड़ा है. जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ.

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राशन की हेराफेरी: गांव की महिला गुड्डन बाई ने बताया कि "हम लोगों ने घर के सामने 35 बोरी चावल को पकड़ा था. उसके बाद गांव के लोगों को बुलाकर दिखाया गया. इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई. जब अधिकारी आए तो राशन की हेराफेरी कर दी गई. फिर भी वहां 7 बोरी चावल कम पाया गया."

हितग्राहियों को नहीं मिल रहा सरकारी अनाज: गांव के ही ग्रामीण राजबहोर अहिरवार ने बताया कि "मुझे ना ही चावल और ना ही चना मिला है. गांव के सरपंच व्यापारियों को हितग्राहियों का राशन बेच देता है. जिससे कि हम लोगों को राशन नहीं मिलता है." वहीं ग्रामीण गेंदलाल का कहना है कि " पिछले अक्टूबर महीने में 43 क्विंटल चावल जो आया था उस चावल को पूरी तरह से सरपंच ने बेच दिया. ना ही किसी को शक्कर मिली ना ही चना. सारे हितग्राहियों के हक के राशन की हेराफेरी की गई है"

उपसरपंच ने सरपंच पर मढ़ा आरोप: ग्राम पंचायत हरचौका के उपसरपंच राम सिंह मरावी का कहना है कि "सरपंच लगातार शासकीय उचित मूल्य की दुकान में घोटाला करता है. इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. पूरे गांव के ग्रामीण सरपंच से परेशान हैं." वहीं भरतपुर विकासखंड के तहसीलदार शशिकांत तिवारी का कहना है कि " हमें जांच का आदेश मिला है. हमने जांच पड़ताल कर आगे की कार्रवाई के लिए केस आगे बढ़ा दिया है."

Last Updated : Jan 7, 2023, 6:46 PM IST
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