कोरियाः जिला के बंटवारा और नए जिला की घोषणा के बाद कोरिया में माहौल काफी गरम हो चुका है. तब से लेकर जिले भर में हर राजीतिक पार्टियां अपने वोट की नफा-नुकसान को देखते हुए जनमानस की मांग और विरोध प्रदर्शनों में शामिल तो हो रहे हैं, वहीं भरतपुर विकासखंड में जिले की मांग को लेकर धरने पर बैठे प्रदर्शन में बीजेपी और कांग्रेस नेता आपस में ही भिड़ गए. एक दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप लगाते नजर आए.
जिले के अन्य हिस्सों की तरह भरतपुर में भी जिले की मांग को लेकर जनता के साथ सभी दलों के स्थानीय नेता प्रदर्शन में शामिल हुए. कांग्रेस को मजबूरी में धरना प्रदर्शन में शामिल होना पड़ा. कांग्रेस के स्थानीय नेता मंच पर सिर्फ सरकार का पक्ष रखने के लिए शामिल हो रहे हैं. इसी को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच गहमा-गहमी बढ़ गई. मंच से जब बीजेपी ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ बोलना शुरू किया तो कांग्रेसी नेताओं को इतना नागवार लगा कि मंच पर ही भिड़ते नजर आए.
सांसद प्रतिनिधि को करना पड़ गया हस्तक्षेपः
जुबानी जंग को बढ़ता देख कांग्रेस के सांसद प्रतिनिधि ने इस धरना प्रदर्शन को अलग ही रूप दे दिया और कहा कि भरतपुर अभी जिला नहीं बन सकता. पहले नगर पंचायत की मांग करनी चाहिए. इसी से नाराज बीजेपी ने इसे आम जनता की मांग पर बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया और कांग्रेसी नेताओं को बोलने के लिए माइक ही नहीं दिया. ऐसे में जहां एक ओर स्थानीय कांग्रेसी नेता सभी दलों के साथ मिलकर जनता की मांगों पर धरने पर बैठे दिखाई देते हैं, तो वहीं दूसरी ओर सरकार के फैसले का स्वागत करते नजर आ रहे हैं. ऐसे में बीजेपी, पलटवार का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहती.