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ETV भारत की खबर का असर: 3 साल से जंगल में रह रहे परिवार को मिलेगा आवास

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Published : Sep 25, 2019, 3:34 PM IST

Updated : Sep 25, 2019, 7:57 PM IST

केंद्र सरकार की आवास योजना के बाद भी लोग जंगलों में रहने को मजबूर हैं. एक परिवार तीन सालों से जंगलों में रह रहा है और अब गांव के सरपंच ने उन्हें जगह खाली करने की चेतावनी दी है.

जंगल में रह रहे परिवार को मिला आवास मिलने का आश्वासन

कोरिया: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि हर गरीब को उनका पूरा हक मिले. उन्होंने इसकी शुरुआत आवास योजना से की थी, जिससे हर गरीब परिवार के पास अपना खुद का आवास हो, लेकिन एक ऐसा परिवार है, जिन्हें आवास तो नहीं मिला बल्कि जंगल में जिस जगह वो रहे थे, उसे भी पंचायत खाली करने को बोल रहा है.

ETV भारत की खबर का असर

सोनहत विकासखंड के ग्राम सलगवाकला में रहने वाले परिवार में 12 सदस्य है. यह परिवार पसाण काल की तरह जंगल के बीच तंबू लगा कर निवास करने को मजबूर हैं.परिवार के मुखिया रामकरण ने बताया कि तीन साल से लगातार वो जंगल के बीच रह रहे हैं.

तीन साल से जंगल में रह रहा परिवार
परिवार बड़ा होने के कारण उनके साले ने उन्हें परिवार समेत घर से बाहर निकाल दिया. गरीबी और मजबूरी के कारण वो जंगलों में परिवार के साथ रह रहे हैं. उनकी समस्या खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. पिछले तीन साल में वन विभाग ने दो बार उनके आशियाने को अतिक्रमण बताकर हटा दिया था.

जगह खाली करने की मिली चेतावनी
जमीन न होने के कारण पीड़ित परिवार ने दोबारा वहां अपना तंबू लगा लिया है. दरअसल वन विभाग ने ग्राम पंचायत को दस एकड़ जमीन गौठान के लिए दी है, जिसमें वे निवास कर रहे हैं. अब उस गांव के सरपंच का कहना है कि उस जगह को जल्द से जल्द खाली कर दें. ऐसे में परिवार डरा-सहमा हुआ है.

मुखिया के नाम आबंटित है आवास
मुखिया समेत परिवार के लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं. ग्राम पंचायत सलगवाकला में मुखिया के नाम प्रधानमंत्री आवास आवंटित है, लेकिन जमीन न होने के कारण आज तक आवास नहीं बना, जो आवास योजना पर भी सवालिया निशान लगा रहा है.

पढ़े:कांग्रेस की आपत्ति के बाद लॉटरी सिस्टम से होगा मकान का आवंटन

आवास मिलने का दिया आश्वासन
जब ETV भारत इस बात की जानकारी सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष गुलाब कमरो को दी, तो उनका कहना है कि किसी का भी आशियाना नहीं उजड़ने दिया जाएगा. अगर ऐसा है तो उनके रहने की व्यवस्था की जाएगी.

कोरिया: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि हर गरीब को उनका पूरा हक मिले. उन्होंने इसकी शुरुआत आवास योजना से की थी, जिससे हर गरीब परिवार के पास अपना खुद का आवास हो, लेकिन एक ऐसा परिवार है, जिन्हें आवास तो नहीं मिला बल्कि जंगल में जिस जगह वो रहे थे, उसे भी पंचायत खाली करने को बोल रहा है.

ETV भारत की खबर का असर

सोनहत विकासखंड के ग्राम सलगवाकला में रहने वाले परिवार में 12 सदस्य है. यह परिवार पसाण काल की तरह जंगल के बीच तंबू लगा कर निवास करने को मजबूर हैं.परिवार के मुखिया रामकरण ने बताया कि तीन साल से लगातार वो जंगल के बीच रह रहे हैं.

तीन साल से जंगल में रह रहा परिवार
परिवार बड़ा होने के कारण उनके साले ने उन्हें परिवार समेत घर से बाहर निकाल दिया. गरीबी और मजबूरी के कारण वो जंगलों में परिवार के साथ रह रहे हैं. उनकी समस्या खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. पिछले तीन साल में वन विभाग ने दो बार उनके आशियाने को अतिक्रमण बताकर हटा दिया था.

जगह खाली करने की मिली चेतावनी
जमीन न होने के कारण पीड़ित परिवार ने दोबारा वहां अपना तंबू लगा लिया है. दरअसल वन विभाग ने ग्राम पंचायत को दस एकड़ जमीन गौठान के लिए दी है, जिसमें वे निवास कर रहे हैं. अब उस गांव के सरपंच का कहना है कि उस जगह को जल्द से जल्द खाली कर दें. ऐसे में परिवार डरा-सहमा हुआ है.

मुखिया के नाम आबंटित है आवास
मुखिया समेत परिवार के लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं. ग्राम पंचायत सलगवाकला में मुखिया के नाम प्रधानमंत्री आवास आवंटित है, लेकिन जमीन न होने के कारण आज तक आवास नहीं बना, जो आवास योजना पर भी सवालिया निशान लगा रहा है.

पढ़े:कांग्रेस की आपत्ति के बाद लॉटरी सिस्टम से होगा मकान का आवंटन

आवास मिलने का दिया आश्वासन
जब ETV भारत इस बात की जानकारी सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष गुलाब कमरो को दी, तो उनका कहना है कि किसी का भी आशियाना नहीं उजड़ने दिया जाएगा. अगर ऐसा है तो उनके रहने की व्यवस्था की जाएगी.

Intro:एंकर - प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी का सपना है कि हर गरीब को उनका पूरा हक मीले जिसकी सुरुवात उन्होंने आवास योजना शुरू कर की जिससे हर गरीब परिवार के पास अपना खुद का आवास हो लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी परिवार को आवास तो नही मिला बल्कि जिस जगह जंगल मे वो रहे थे उसे भी पंचायत खाली करने को बोल रहा है ।

Body:वीओ- आपको बता दे सोनहत विकासखंड के ग्राम सलगवाकला में रहने वाले 12 सदस्यी हरिजन परिवार को आज भी पसाण काल की तरह जंगल के बीच तंबू लगा कर निवास करना पड़ रहा है । परिवार के मुखिया रामकरण ने बताया कि 3 सालों से लगातार वो जंगल के बीच परिवार के सांथ तंबू लगा कर रह रहे है, उन्होंने बताया परिवार बडा होने कारण उनके साला ने उन्हें परिवार समेत घर से बाहर निकाल दिया ।गरीबी और मजबूरी वस वो जंगलों के बीच तंबू लगा कर परिवार के सांथ निवास कर रहे है । उनकी समस्या खत्म होने का नाम ही नही ले रही पिछले 3 सालों में वन विभाग ने 2 बार उनके आशियाने को अतिक्रमण बता कर हटा दिया था लेकिन जमीन ना होने के कारण पीड़ित परिवार ने दोबारा वहां अपना तंबू लगा लिया । अब ग्राम पंचायत बोडार के सरपंच उन्हें जगह खाली करने को कहा रहे है दरअसल वन विभाग ने ग्राम पंचायत को दस एकड़ जमीन गौठान के लिए दी है । जिसमे वे निवास कर रहे है अब उस गांव के सरपंच ने कड़े शब्दों में कहा है मैं इस जगह को जल्द से जल्द खाली करदो । ऐसे में परिवार डरा और सहमा है । मुखिया समेत परिवार के लोग मदद की गुहार लगा रहे है । आप को बता दे कि ग्राम पंचायत सलगवाकला में प्रधानमंत्री आवास भी मुखिया के नाम आबंटित है पर जगह जमीन न होने के कारण आज तक नही बना जो आवास योजना पर सवालिया निशान लगा रहा है ।

Conclusion:जब हमने इस बात जानकारी सरगुजा विकाश प्राधिकरण के उपाध्यक्ष गुलाब कमरो को दी तो उन्होंने कहा कि किसी का भी आशियाना नही उजड़ने दिया जाएगा । अगर ऐसा है तो उनके रहने की व्यवस्था की जाएगी ।

Byt 1- रामकरण सोनवंशी(मुखिया)
Byt 2- मानमती(मुखिया की बहू)
पी टू सी अमित श्रीवास्तव
Last Updated : Sep 25, 2019, 7:57 PM IST
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