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हाथियों ने ली महिला की जान, वन विभाग ने परिवार को दिया 25 हजार रुपए का मुआवजा

कटघोरा वनमंडल के एतमा नगर में हाथियों ने एक महिला की जान ले ली. महिला के साथ सो रही बच्ची भी हाथी के हमले से घायल हो गई. बीते एक हफ्ते से 40 हाथियों का दल सलिहाभाठा गांव में अपना डेरा जमाए हुए है.

elephant attack  news korba
वन विभाग ने मृतका के परिजनों को दिया मुआवजा
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Published : Aug 6, 2020, 3:24 PM IST

Updated : Aug 6, 2020, 3:41 PM IST

कोरबा: कटघोरा वनमंडल के एतमा नगर रेंज के सलिहाभाठा गांव के आश्रित गांव बोदरापारा में करीब एक हफ्ते से 40 हाथियों के दल ने अपना डेरा जमाया हुआ है. क्षेत्र में बुधवार रात हाथियों ने आतंक मचाते हुए चंद्रिका बाई रोहिदास को अपनी चपेट में लेते हुए मौत के घाट उतार दिया. चंद्रिकाबाई की उम्र 25 साल बताई जा रही है.

हाथियों ने ली महिला की जान

चंद्रिका बाई के पति ने बताया कि हाथी पिछले एक सप्ताह से यहां के जंगलों में अपना डेरा जमाए हुए है. शाम होते ही हाथियों का दल गांव की तरफ बढ़ता है और फसलों के साथ ही घरों को भी नुकसान पहुंचाता है. जानकारी के मुताबिक हाथियों ने अबतक क्षेत्र के 3-4 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. मृतका के पति ने बताया कि वन विभाग के लोग इस मामले में कोई मदद नहीं करते. पति का आरोप है कि वन विभाग की लापरवाही की वजह से उसकी पत्नी की जान चली गई.

वन विभाग ने मृतका के परिवार को दिया 25 हजार रुपए मुआवजा

घटना की सूचना वन विभाग और 112 को दी गई, लेकिन मौके पर सिर्फ एक पुलिसकर्मी ही पहुंचा. वन विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा. वन विभाग की टीम सुबह घटनास्थल पहुंची, जहां मृतका के परिजनों को 25 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई.

पढ़ें- सूरजपुर: प्रतापपुर में रोपा लगा रही महिला को हाथी ने रौंदा, मौके पर ही मौत

बता दें की 40 हाथियों का दल पिछले एक साल से केंदई व एतमा नगर वन परिक्षेत्र में अपना डेरा जमाए हुए है. वन विभाग ने अबतक हाथियों को यहां से खदेड़ने का कोई प्रयास नहीं किया गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग अमला सूचना देने पर कभी समय से नहीं पहुंचता.

कोरबा: कटघोरा वनमंडल के एतमा नगर रेंज के सलिहाभाठा गांव के आश्रित गांव बोदरापारा में करीब एक हफ्ते से 40 हाथियों के दल ने अपना डेरा जमाया हुआ है. क्षेत्र में बुधवार रात हाथियों ने आतंक मचाते हुए चंद्रिका बाई रोहिदास को अपनी चपेट में लेते हुए मौत के घाट उतार दिया. चंद्रिकाबाई की उम्र 25 साल बताई जा रही है.

हाथियों ने ली महिला की जान

चंद्रिका बाई के पति ने बताया कि हाथी पिछले एक सप्ताह से यहां के जंगलों में अपना डेरा जमाए हुए है. शाम होते ही हाथियों का दल गांव की तरफ बढ़ता है और फसलों के साथ ही घरों को भी नुकसान पहुंचाता है. जानकारी के मुताबिक हाथियों ने अबतक क्षेत्र के 3-4 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. मृतका के पति ने बताया कि वन विभाग के लोग इस मामले में कोई मदद नहीं करते. पति का आरोप है कि वन विभाग की लापरवाही की वजह से उसकी पत्नी की जान चली गई.

वन विभाग ने मृतका के परिवार को दिया 25 हजार रुपए मुआवजा

घटना की सूचना वन विभाग और 112 को दी गई, लेकिन मौके पर सिर्फ एक पुलिसकर्मी ही पहुंचा. वन विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा. वन विभाग की टीम सुबह घटनास्थल पहुंची, जहां मृतका के परिजनों को 25 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई.

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बता दें की 40 हाथियों का दल पिछले एक साल से केंदई व एतमा नगर वन परिक्षेत्र में अपना डेरा जमाए हुए है. वन विभाग ने अबतक हाथियों को यहां से खदेड़ने का कोई प्रयास नहीं किया गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग अमला सूचना देने पर कभी समय से नहीं पहुंचता.

Last Updated : Aug 6, 2020, 3:41 PM IST
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