कोरबा: एसपी ने फरार चल रहे स्थायी वारंटियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. थानेदारों को जैसे एसपी के निर्देश मिलने का ही इंतजार था. 2 दिन में ही अभियान चलाकर सालों से फरार चल रहे 62 स्थायी वारंटियों की गिरफ्तारी कर ली.
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दरअसल, एसपी भोजराम पटेल ने जब कोरबा की कमान पिछले साल संभाली थी, तभी माह सितंबर 2021 के अंत में एक सामान्य से मामले में स्थाई वारंटी आदिवासी हंसाराम राठिया की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी. जिसके बाद पुलिस की खूब किरकिरी हुई थी. तब से लेकर अब तक स्थाई वारंटियों की धरपकड़ के अभियान पर ग्रहण लगा हुआ था. एक बार फिर पुलिस महकमे में उच्च अधिकारियों की निगरानी में वारंटियों की धर-पकड़ का अभियान शुरू कर दिया गया है.
अब तक कुल 62 वारंट पकड़े गए
बीते 12 फरवरी को चलाए गए अभियान में कुल 16 स्थायी वारंटों की तामिली हुई थी. जबकि दूसरे दिन के अभियान में 46 स्थायी वारंट तामील हुए हैं. इस प्रकार 2 दिनों में ही कुल 62 वारंट तामील हुए हैं. सभी स्थायी वारंटियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है. इसमें से कुछ वारंटी तो ऐसे थे, जो सालों से पुलिस रिकॉर्ड में फरार थे. एसपी के निर्देश मिलते ही इन्हें थानेदारों ने तत्काल पकड़ लिया.
एक वारंटी 10 साल बाद आंध्रप्रदेश से भी पकड़ा गया
वारंटियों की धरपकड़ के दौरान एक आरोपी ऐसा भी है, जिसे पुलिस ने 10 साल बाद पकड़ा है. वारंटियों को पकड़ने में प्रदीप येरेवार थाना अजाक का भी मार्गदर्शन रहा. इससे पहले मुखबिर से सूचना मिली कि विशेष स्थायी वारंटी- धुलीपाल महादेवन पिता स्व. डी. विरन्ना सा.गुंटूर थाना कोतवाली जिला गुंटूर आंध्रप्रदेश में छिपा हुआ है.