कोरबा: जिले में 2 दिन पहले भारी बारिश हुई थी. इसी दौरान बालको के राख डैम से जहरीली राख बेलगरी नाले में बहने लगी. जिससे आसपास के ग्रामीण परेशान हैं. उनके लिए बेलगरी नाले से बहने वाला साफ प्राकृतिक जल ही निस्तारी का जरिया है. जानकारी के अनुसार बालको के अधीन कार्यरत ठेकेदार द्वारा काम के दौरान लापरवाही पूर्वक राख नाले में बहाया जा जा रहा है.
पाइप के जरिए राख बहाने की सूचना
बालको के अधीन कई ठेकेदार काम करते हैं. जो राखड़ा डैम के संधारण और संवर्धन से जुड़े कई तरह के काम करते हैं. राख डैम का ठीक तरह से संधारण नहीं किए जाने के कारण अक्सर बरसात के मौसम में प्राकृतिक नालों में राख बहने की स्थिति निर्मित होती है. मौजूदा मामले में भी इसी तरह की सूचना मिल रही है. हैरान करने वाली बात यह भी है कि ठेकेदार पाइप के माध्यम से राख बेलगरी नाले में बहा रहे हैं
बेलगिरी बस्ती और उसके आसपास रहने वालों ने बताया कि हम इस नाले को उपयोग दैनिक निस्तारी और जरूरी कामों के लिए करते हैं. लेकिन जिस तरीके से राख बह रहा है, नाले का पानी पूरी तरह से प्रदूषित हो चुका है.राख डैम से बहाई जा रही राख बेलगिरी नाले से होते हुए ढेंगुरनाला और हसदेव नदी में भी प्रवाहित होती है.
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बालको प्रबंधन अचानक बारिश होने पर राखड़ डैम का संधारण करता है. मानकों का पालन भी नियमित अंतराल पर किया जाता है. लेकिन बालको के अधीन ठेकेदार कई बार कार्य में लापरवाही बरतते हैं. जिसका खामियाजा बालको प्रबंधन को भुगतना पड़ता है. मौजूदा मामले में किसकी लापरवाही की वजह से राख बेलगरी नाले में बह रही है. यह जांच का विषय हैं.
पर्यावरण विभाग ने नाले से लिया सैंपल
जिला पर्यावरण संरक्षण अधिकारी आरआर सिंह और वैज्ञानिक राजेंद्र वासुदेव फिलहाल अवकाश पर चल रहे हैं. उनके स्थान पर सहायक अभियंता विजय पोर्ते विभाग के प्रभाव पर है. जिन्होंने बताया कि जिस स्थान पर राख बहने की शिकायत मिली थी. वहां से सैंपल लिया गया है. सैंपल विभाग के केमिस्ट माणिक चंदेल ने कलेक्ट किया है. मामले की जांच की जा रही है.