कोरबा: बालको थाने में पदस्थ एक आरक्षक पर स्थानीय निवासी ने 50 हजार रुपए की उगाही का आरोप लगाया है. आरोप लगाने वाले व्यक्ती का नाम उमेश कुमार धीवर है. उमेश की माने तो आरक्षक ने गांजे के मामले में उसे फंसाने के नाम पर डरा-धमकाकर उससे रकम वसूल की है. उमेश ने मामले की शिकायत SP से की है.
क्या है मामला
बालको के उमेश कुमार धीवर ने शिकायत में बताया है कि उसके घर के आँगन में टमाटर और गेंदा फूल का पौधा लगे हुए हैं. 8 अप्रैल की शाम के समय आरक्षक सुकलाल सिदार अपने साथियों के साथ उसके घर पहुंचा था. घर के आँगन में लगे पौधे को उखाड़कर उसने उसे गांजे का पौधा होने की बात कही. साथ ही उमेश पर गांजा के पेड़ घर में लगाने की बात कही. लेकिन उमेश इस बात से इंकार करता रहा. उसने पौधे को गेंदा फूल के होने की बात बताई . जिस पर आरक्षक ने गांजे की खेती के नाम पर जेल भेजने की बात कह डरान धमकाने लगा. उमेश ने बताया कि आरक्षक ने उसे गांजा का पौधा लगाने के आरोप में जेल भेजने और मामले में जमानत नहीं होने की बात बताई.
थाने भी ले गए
उमेश का कहना है कि मुझे थाने में ही रखा गया. मेरी पत्नी कुछ महिलाओं के साथ थाने गई और कुछ लेनदेन करके मामले को रफा-दफा करने की बात पर सहमति बनी. जिसके बाद 50 हजार रुपए देकर मामले को निपटाने पर बात हुई.
दो किश्तों में पैसे
50 हजार रुपए देने की बात पर उसे छोड़ा गया. जिसके बाद उसने 2 किश्तों में ये पैसे आरक्षकों को दिए. जिसमें पहले 10 हजार रुपए और अगली बार में 40 हजार रुपए दिए गए और मामले को रफा-दफा किया गया.
घर की स्थिती खराब
उमेश ने बताया कि उसने अपने घर के सोने और चांदी के आभूषण गिरवी रखकर 40 हजार रुपए की व्यवस्था की थी. पीड़ित का कहना है कि मैं कभी भी गांजा का पौधा नहीं लगाया हूँ, और मेरा किसी भी प्रकार का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. मैं एक गरीब मजदूर हूँ, मुझे फंसाया गया है.
इस मामले पर जब ETV भारत ने पुलिस विभाग का पक्ष लेना चाहा तो पुलिस विभाग का कोई पक्ष नही मिल पाया. पुलिस मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर रही है.