कोरबा: केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह कोरबा दौरे पर हैं. अपने दौरे के दूसरे दिन गिरिराज सिंह कटघोरा पहुंचे. केन्द्रीय मंत्री यहां एक परिचर्चा में शामिल हुए, गिरिराज पहले दिन से ही भूपेश सरकार के गौठानों को टारगेट कर रहे हैं. परिचर्चा में गिरिराज ने फिर से गौठानों का जिक्र किया और कहा कि इसमें पूरा पैसा केंद्र सरकार का लग रहा है. यह तो वही बात हो गई कि "माल महाराज का, महाराज मतलब केंद्र और मिर्जा खेले होली(Union Minister Giriraj Singh said Maal Maharaj ka Mirza Khele Holi)."
बता दें कि मूलत: बिहार से आने वाले सांसद गिरिराज सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री हैं. दो दिनों से गिरिराज सिंह कोरबा दौरे पर हैं. इस बीच गौठानों को लेकर वो बघेल सरकार को टारगेट कर रहे हैं.
गौठानों में 80 फीसदी पैसा केन्द्र का : गिरिराज दौरे के पहले दिन से ही प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा घुरवा, बाड़ी को निशाने पर ले र हे हैं. गिरिराज ने कटघोरा में कहा कि गौठानों में सारा पैसा केंद्र सरकार का लग रहा है. 80 फीसद पैसा तो स्वयं मेरे पंचायत विभाग का लगा है. सिर्फ पैसा लग नहीं रहा है, इन पैसों की लूट हो रही है. जिन गौठानों की बात सरकार करती है. वह कहीं नजर नहीं आते. गौठान होता तो सड़क पर मवेशी नहीं होते. यह सभी गौठानों में होते. यही बघेल सरकार के गौठानों का प्रतीक है.
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"छत्तीसगढ़ सरकार कटमनी सरकार": गिरिराज ने केंद्रीय योजनाओं की राज्य में दुर्दशा की बातें कहीं. साथ ही उन्होंने कहा, "छत्तीसगढ़ की सरकार कटमनी सरकार है. यह दिल्ली के कांग्रेस के लिए एटीएम का काम कर रही है. जब जरूरत होती है दिल्ली वाले यहां से पैसा ले जाते हैं. मैं तो यह कहूंगा कि सरकार आर्थिक दिवालियापन की स्थिति में पहुंच चुकी है. अपने कर्मचारियों को वेतन तक देने के पैसे नहीं हैं."
"कोयले में वसूली करते हैं": गिरिराज शुक्रवार को भी जिले के दौरे पर हैं. वह गांव-गांव घूम रहे हैं, कटघोरा से होते हुए राजकम्मा भी गए. गिरिराज ने यह भी कहा, "प्रदेश सरकार दिवालियापन की स्थिति में पहुंच चुकी हैं. उन्होंने जनता पर दो हजार करोड़ रुपए का आर्थिक बोझ डाल दिया है. यहां कोयला की खदानें हैं. कोयले से प्रति टन पैसों की वसूली हो रही है. इस पैसे को दिल्ली पहुंचाया जा रहा है. यह सरकार कट मनी की सरकार हो गई है."