बलरामपुर: बलरामपुर रामानुजगंज जिले में जब से नए कलेक्टर के तौर पर राजेन्द्र कटारा ने कार्यभार संभाला है. तब से जिले को विकास की दौड़ में शामिल करने की कवायद तेज हो गई है. साल 2047 तक बलरामपुर जिले में क्या क्या होना चाहिए. कैसे इसकी प्लानिंग की जाएगी. कैसे इसे हासिल किया जाएगा. इन सब सवालों का जवाब बलरामपुर रामानुजगंज का विजन डॉक्यूमेंट 2047 में है. जिसे जारी किया गया. सोमवार को बलरामपुर रामानुजगंज कलेक्टर कार्यालय के सभागार में लरामपुर रामानुजगंज विजन डॉक्यूमेंट 2047 को रिलीज किया गया.
"स्टडी के बाद तैयार हुआ डॉक्यूमेंट": ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने यह विजन डॉक्यूमेंट को बनाने के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जिले में जो परिस्थितियां हैं. यहां मौजूद जो संसाधन हैं और यहां की जो कठिनाइयां हैं. उन सब पर मंथन किया गया. ऐसी सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर गांव से लेकर विकासखंड और उसके बाद जिले के स्तर पर इसे तैयार किया गया. इसमें ग्राम स्तर से लेकर जिला स्तर तक सभी स्टेक होल्डर, आम जनता. जनप्रतिनिधि, अधिकारी और मीडिया की भागीदारी से इसे तैयार किया गया.
विजन 2047 डॉक्यूमेंट में सभी के इनपुट को समाहित किया गया है. वर्ष 2047 में आजादी के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बलरामपुर जिला विकास में कहां होगा. वहां तक पहुंचने के लिए हमारा रोड मैप कैसा होगा. यह इसमें तय किया गया है- राजेंद्र कटारा, कलेक्टर, बलरामपुर
"सुझाव के आधार डॉक्यूमेंट होगा अपडेट": बलरामपुर रामानुजगंज के कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने कहा कि इस विजन डॉक्यूमेंट में संशोधन आने वाले समय में करते रहेंगे. हमें मिलने वाले सुझाव के आधार पर इसमें तब्दीली होती रहेगी.