कोरबा: कोरोना से निर्णायक जंग लड़ने के लिए स्वास्थ विभाग ने कमर कस ली है. 1 अप्रैल से 45 साल या इससे ज्यादा की उम्र वाले हर व्यक्ति को कोरोना का टीका लगाया जाएगा. जिले में इसके लिए 2 लाख 84 लाख लोगों को चिन्हित किया गया है. जिन्हें अभियान चलाकर टीका लगाने के निर्देश दिए गए हैं. मुश्किल ये है कि कोरोना टीका लगवाने के प्रति अब भी लोगों में व्यापक पैमाने पर जागरुकता नहीं दिख रही है. जबकि कोरोना वायरस से जंग जीतने के लिए वैक्सीन ही सबसे कारगर उपाय है.
बढ़ते संक्रमण के बीच राज्य सरकार ने तेजी से वैक्सीनेशन के निर्देश दिए हैं. इसके लिए जिला प्रशासन को जिले का टारगेट दिया गया है. जिसके मुताबिक अब जिले के सभी केंद्रों में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेज करने को कहा गया है. जिले में भी स्थानीय स्वास्थ विभाग ने इसके लिए तैयारी कर ली है.
20% लोग 45 प्लस
वर्तमान परिस्थितियों के मुताबिक कोरबा जिले की कुल जनसंख्या 14 लाख 21 हजार 968 है. इसके 20% भाग जिसका मतलब 2 लाख 84 394 लोगों को 45 साल या इससे ज्यादा उम्र के बीच का माना गया है. जिले में टीकाकरण का टारगेट भी है. इतने लोगों को अभियान चलाकर जल्द से जल्द टीकाकरण किए जाने के निर्देश है.
1 अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र के सामान्य लोगों को लगेगी वैक्सीन
जिले में 103 केंद्र
कोरोना टीकाकरण के लिए जिले में 103 केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें से जिला अस्पताल के साथ ही सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, औद्योगिक उपक्रमों के अस्पताल के साथ ही निजी अस्पतालों को भी अधिकृत किया गया है. सरकारी के साथ ही औद्योगिक उपक्रमों के अस्पतालों में नि:शुल्क कोरोना टीका लगाया जा रहा है. जबकि निजी अस्पतालों में इसकी कीमत 250 रुपये है.
हर दिन होना चाहिए 10 हजार 300 टीकाकरण
हर केंद्र में कम से कम 1 वेक्सीनेटर की ड्यूटी लगाई गई है. जिसे 1 दिन में 100 लोगों को टीका लगाने का टारगेट दिया जाता है. इस लिहाज से हर दिन 10 हजार 300 लोगों को टीका लगाया जाना चाहिए.