कोरबा: छत्तीसगढ़ सरकार के आदेशानुसार कोरबा वन मंडल क्षेत्र में बीज बुवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में वनवासी और वन्यप्राणियों को आसानी से भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वन क्षेत्रों में बीज बुवाई की गई, जिसमें फलदार और सब्जी बीजों का रोपण के साथ सीडबॉल का छिड़काव किया गया. कोरबा वनमंडल में 55 हजार सीडबॉल का रोपण किया गया. इसके साथ ही 15 सौ किलोग्राम फलदार पौधे और 200 किलोग्राम सब्जी बीजों का भी छिड़काव किया गया.
कोरबा वन मंडलाधिकारी एन गुरुनाथन ने बताया कि कोरबा वनमंडल के अंतर्गत आने वाले वन और वनोत्तर क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के फल और सब्जी बीजों का छिड़काव किया गया. वन क्षेत्रों में बेर, जामुन, सीताफल, करौंदा, लौकी, बरबट्टी, भिंडी, बैंगन, मुनगा आदि बीजों की बुवाई और छिड़काव किया गया. उन्होंने बताया कि फल और सब्जी बीजों का सीडबॉल बनाकर वन क्षेत्रों में रोपण किया गया.
क्षेत्र के जनप्रतिनिधि समेत अधिकारी-कर्मचारी रहे मौजूद
वन मंडलाधिकारी ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार वनवासियों के साथ वन्यप्राणियों को भोजन मिल सकेगा. वन इलाकों में फलदार और सीडबॉल तैयार करने के लिए अच्छे गुणवत्ता के बीज वन प्रबंधन समितियों ने एकत्रित किया था. बीज बुवाई कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए वन प्रबंधन समिति के सदस्य, क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, क्षेत्रीय अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे.
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वन क्षेत्रों में फलदार वृक्षों को मिलेगा बढ़ावा
कोरबा वनमंडलाधिकारी ने बताया कि सब्जी और फल बीजों का छिड़काव का उद्देश्य वन क्षेत्रों में वन्य प्राणियों के लिए भोजन उपलब्ध कराना है. भोजन उपलब्ध हो जाने से वन्यप्राणियों को उनके प्राकृतिक रहवास से पलायन रोका जा सकता है. वन क्षेत्रों में फलदार वृक्षों को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में फलों की उपलब्धता होगी. वन क्षेत्रों में फलदार पौधों के रोपण से खुली वन भूमि का भी उचित उपयोग हो सकेगा.