कोरबा: सूबे के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल एक दिवसीय संक्षिप्त प्रवास पर पाली पहुंचे. यहां उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सौजन्य मुलाकात की. राजस्व मंत्री के साथ जिलाध्यक्ष और स्थानीय विधायक मोहित राम केरकेट्टा भी मौजूद थे. लिहाजा संगठनात्मक गतिविधियों पर भी चर्चा हुई. मंत्री अग्रवाल ने पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर के बयान पर भी पलटवार किया.
इस दौरान जयसिंह अग्रवाल मीडिया से भी मुखातिब हुए. कई अहम सवालों का जवाब भी दिया. मंत्री अग्रवाल ने पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर के उस बयान पर भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने मौजूदा प्रदेश सरकार और अफसरों को भ्रष्ट बताया था. राजस्व मंत्री ने कहा कि ननकीराम को अगर उनकी सरकार भ्रष्ट लगती है, तो वे बतायें भाजपा की सरकार क्या थी?. जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि ननकीराम की माने तो उनकी नजर में पूरा हिंदुस्तान भ्रष्ट है. एक वही ईमानदार नेता हैं.
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पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर पर राजस्व मंत्री ने साधा निशाना
पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने प्रदेश सरकार के दो साल पूरे होने पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने समूचे सरकार को भ्रष्ट बताया था. सरकार पर जनता से वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया था. इसी से जुड़े सवालों पर राजस्व मंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी. अग्रवाल ने कहा कि ननकीराम की माने तो उनकी नजर में पूरा हिंदुस्तान भ्रष्ट है. एक वही ईमानदार नेता हैं.
भूपेश सरकार के 2 साल के कार्यकाल पर सवाल
17 दिसंबर को भूपेश सरकार के दो साल पूरे हो जाएंगे. एक तरफ जहां कांग्रेस अपने दो साल के कार्यकाल को उपलब्धियों भरा बता रही है. वहीं विपक्षी दल सरकार को हर मोर्चे पर नाकाम कह रही है. भूपेश सरकार के 2 साल के कार्यकाल पर ETV भारत ने छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक ननकीराम कंवर से खास बातचीत की थी.
कांग्रेस के जैसे भ्रष्ट सरकार कभी नहीं देखी: ननकीराम कंवर
इस दौरान ननकीराम कंवर ने मैंने अपने 50 साल के राजनीतिक करियर में इतनी भ्रष्ट सरकार कभी नहीं देखी है. इनके पास कुछ भी कर गुजरने की नीयत है. प्रशासन इनके वश में नहीं है. अधिकारी बिना किसी ऊपर के आदेश के इस तरह के निर्णय ले लेते हैं जो कि जनहित में नहीं हैं. धान खरीदी का ही उदाहरण ले लीजिए प्रशासन ने ऐसा आदेश कर दिया कि पटवारी प्रमाण पत्र देगा. अब जो पटवारी खेत तो क्या अपने मुख्यालय में मौजूद नहीं रहता, वह किसान को उत्पादन प्रमाण पत्र बांट रहे हैं. कितनी बड़ी विसंगति है यह, पहले कांग्रेस ने किसानों के खेत का रकबा कम कर दिया.