कोरबा: सीतामढ़ी में राम मंदिर के पास बुधवार सुबह सड़क हादसे में दादा पोते की मौत हो गई. हादसे के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है. लोगों ने घटना के बाद, विरोध में सड़क जाम कर दिया. सूचना पाकर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची. इस हादसे में सियासत भी शुरू हो गई है. नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल और मेयर राजकिशोर प्रसाद भी हादसे के विरोध में धरने पर बैठ गए हैं.
ऐसे हुआ हादसा: ये हादसा कोतवाली क्षेत्र के सीतामढ़ी राम मंदिर के पास बुधवार सुबह को हुआ. जब मिट्टी से भरा ट्रैक्टर सीतामढ़ी के शनि मंदिर के सामने से गुजर रहा था, तभी 3 साल के मासूम चिराग खेलते हुए ट्रैक्टर की चपेट में आ गया. पोते को ट्रैक्टर की चपेट में आता देख दादा विष्णुदेव उसे बचाने के लिए लपके. लेकिन वो भी ट्रैक्टर के पहिए के नीचे आ गए. हादसे में मासूम की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि घायल विष्णुदेव ने अस्पताल जाते वक्त रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
लोगों ने किया चक्काजाम: घटना की सूचना जैसे ही लोगों तक पहुंची, लोगों में गुस्सा फूट पड़ा. स्थानीय लोगों ने मौके पर ही चक्का जाम कर दिया. विरोध के कारण सड़क पर वाहनों के आवागमन की रफ्तार थम गई. मिट्टी से लदे ट्रैक्टर की चपेट में आने से दादा-पोते की मौत हुई है. ट्रैक्टर पर लोड मिट्टी को अवैध उत्खनन के बाद, परिवहन किए जाने की चर्चा है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह मिट्टी अवैध उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा था या नहीं इसकी जांच की जा रही है. ट्रैक्टर का मालिक कोई स्थानीय जनप्रतिनिधि है.
यह भी पढ़ें:Ramanujganj: बैंक कर्मचारी से मारपीट का विरोध, हड़ताल पर कोऑपरेटिव बैंककर्मी
पक्ष और विपक्ष दोनों धरने पर बैठे: सुफल दास महंत सीतामढ़ी क्षेत्र से ही बीजेपी के पार्षद हैं, जिन्होंने कुछ समय पहले अवैध उत्खनन के खिलाफ आंदोलन करने की अनुमति मांगी थी. लेकिन प्रशासन से उन्हें अनुमति नहीं मिली थी. अब मिट्टी परिवहन करते समय ट्रैक्टर की चपेट में आकर दादा-पोते की मौत में सियासत शुरू हो गई है. नगर पालिक निगम में बीजेपी की ओर से नेताप्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे और धरना दिया. सूचना कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों तक पहुंची और महापौर राजकिशोर प्रसाद सहित कांग्रेसी पार्षद अमरजीत सिंह और अन्य भी घटना के विरोध में धरने पर हैं. विपक्ष की मांग है कि कलेक्टर को मौके पर बुलाया जाए. जबकि सत्ता पक्ष ने दादा-पोते की मौत के बाद मुआवजे की बात कही है.
अवैध उत्खनन से परिवार हुआ तबाह: नेता प्रतिपक्ष हितानंद हादसे के विरोध में धरने पर हैं. उन्होंने कहा कि "विकास नाम के एक व्यक्ति हैं. जिनके पिता और पुत्र दोनों, इस हादसे का शिकार हो गए. दोनों की मौत हो गई. एक परिवार के लिए इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता. हादसे का कारण सिर्फ और सिर्फ अवैध उत्खनन है. अवैध उत्खनन प्रशासन के दिशा-निर्देश पर और शासन के वसूली के कारण हो रहा है. पूरे छत्तीसगढ़ में यही हाल है. बिना रॉयल्टी के ट्रैक्टर रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं."