कोरबा: जिला प्रशासन और जिला पंचायत की ओर से सभी जनपद पंचायत क्षेत्रो में क्लस्टर स्तरीय समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है. प्रशासन ने इस शिविर को 'निदान 36' नाम दिया है. इसके जरिए शिविर स्थल वाले ग्राम पंचायतों में व्याप्त कम से कम 36 गंभीर समस्याओं और शिकायतों का निराकरण किया जाएगा.
दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर ब्लाॅक मुख्यालयों तक आमजनों की समस्याओं और मांगों के निराकरण के लिए कोरबा जिले में निदान शिविरों की श्रृंखला सोमवार से शुरू की गई है. कलेक्टर किरण कौशल ने इन शिविरों के आयोजन के लिए समयबद्ध कार्यक्रम भी जारी कर दिया है. इसके तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम में कुल 30 निदान शिविरों का आयोजन किया जाना है. इसी कड़ी में जन समस्याओं के निराकरण के लिए पांच से सात ग्राम पंचायतों का क्लस्टर बनाकर क्लस्टर स्तरीय और विकास स्तरीय शिविर आयोजित किया जा रहा है.
शिविर में कई विभाग के अधिकारी मौजूद
कटघोरा जनपद पंचायत की ओर से सम्बध्द ग्राम सलोरा में 'निदान 36' जनसमाधन शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में ग्रामीण यांत्रिकी विकास, लोकनिर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, सहकारिता एवं खाद्य, समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास, राजस्व विभाग, शिक्षा विभाग, वन विभाग, जल संसाधन, उद्योग विभाग, मत्स्य विभाग, रेशम, पशुपालन, कृषि और उद्यानिकी विभाग के ब्लॉक स्तर के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे.
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अफसरों की लगी क्लास
शिविर की शुरुआत में कटघोरा दंडाधिकारी अभिषेक शर्मा और तहसीलदार रोहित सिंह ने शिविर में पहुंचे ग्रामीणों की समस्याओं को विस्तार पूर्वक सुना. इसके बाद सम्बंधित विभाग के अफसरों को उनके समाधान के निर्देश दिए. इसके बाद शिविर में पहुंचे जिला पंचायत सीईओ कुंदन कुमार के साथ पहुंची जिला कलेक्टर किरण कौशल ने ग्रामीणों से सीधे बातचीत की और फिर विभागीय अफसरों की जमकर क्लास ली.
अफसरों के खिलाफ हुई कार्रवाई
अफसरों के जवाब से असंतुष्ट जिला कलेक्टर ने कुछ कर्मचारियों के वेतनवृद्धि रोकने के अलावा उन्हें कार्य से अलग करते हुए किसी अन्य कर्मचारी को काम सौंपने के निर्देश दिए. जिला कलेक्टर ने ग्रामीण इलाके में व्याप्त पेयजल समस्या को देखते हुए नए प्रस्तावों को हरी झंडी दी. जिलाधिकारी ने गांव के स्कूली बच्चों से चर्चा की. उनकी शिकायत पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते हुए उन्हें तत्काल व्यवस्था सुधार के निर्देश भी दिए. जिलाधीश ने विधवा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन और दिव्यांग पेंशन से जुड़े हितग्राहियों से भी सीधी चर्चा की और उनका हालचाल जाना.