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सावधान! रिपोर्ट निगेटिव आ जाने भर से ठीक नहीं हो जाएंगे, पोस्ट कोविड में लापरवाही भी पड़ सकती है भारी - कोरोना वायरस

कोरोना से ठीक होने के बाद भी संक्रमित हो चुके शख्स को कई परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. कोरोना से ठीक होने की स्थिति को पोस्ट कोविड कहते हैं, और विशेषज्ञों के मुताबिक पोस्ट कोविड में कोताही के परिणाम बेहद घातक हो सकते हैं. कोरोना से उबरने के बाद बीमारियों से उपजी परिस्थितियां जानलेवा भी हो सकती हैं. ऐसे में कोरोना से ठीक हुए लोगों को विशेष ख्याल रखना चाहिए.

पोस्ट कोविड , post covid
पोस्ट कोविड में लापरवाही भी पड़ सकती है भारी
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Published : May 12, 2021, 10:34 PM IST

कोरबा: कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त होने के बाद भी लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. थकान, कमजोरी, बाल झड़ना जैसी कॉमन समस्याओं से कोरोना से उबर चुके मरीज जूझ रहे हैं. कोविड पॉजिटिव होने, इससे उबरने के दौरान भी वायरस के साइड इफेक्ट को समझना होगा. समय रहते पोस्ट कोविड भी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और इलाज कराना चाहिए.

पोस्ट कोविड में लापरवाही भी पड़ सकती है भारी

खतरनाक हो सकती है लापरवाही

पोस्ट कोविड कोताही बरतने के परिणाम बेहद घातक हो सकते हैं. कोरोना से उबरने के बाद बीमारियों से उपजी परिस्थितियां जानलेवा साबित हो सकती हैं. सामान्य और गंभीर तरीके से बीमार हुए और ठीक होने वाले मरीजों को अपना ध्यान रखने की जरूरत है.

बाल झड़ने के साथ ही रैशेस की आ सकती है समस्या

कोरोना से ठीक होने के बाद मरीजों में बाल झड़ने की समस्या आ रही है. डॉक्टर बताते हैं कि 2 से 3 महीने बाद गुच्छे में बाल झड़ते हैं. डॉक्टर की मानें तो अगर समय पर इलाज नहीं किया गया तो 40 से 50 फीसदी बाल झड़ सकते हैं. इसके अलावा शरीर में रैशेस की समस्या होती है. इसका भी समय पर इलाज जरूरी है. कोविड के बाद इससे ठीक होने में समय ज्यादा लग रहा है.

खांसी भी कर सकती है परेशान

कोरोना से उबरने के 10 से 15 दिनों के बाद मरीजों को तेज खांसी की शिकायत होती है. यह सामान्य दिनों से लंबी रह सकती है. 1 से 2 महीने तक मरीज खांसी से पीड़ित रह सकते हैं. इससे उबरने के लिए भी तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना होगा.

ब्लैक फंगस के लक्षण दिखते ही करें डॉक्टर से संपर्क

हाल ही में ब्लैक फंगस पोस्ट कोविड के जो सबसे घातक साइड इफेक्ट के रूप में सामने आया है. ब्लैक फंगस की शुरुआत में आंख के नीचे लाल रंग के निशान पड़ जाते हैं. आंख और सिर में तेज दर्द हो सकता है. डॉक्टर कहते हैं ऐसा होते ही तत्काल नाक, कान, गले वाले डॉक्टर से मिलना चाहिए. क्योंकि गाल की धामनिया दिमाग से जुड़ी होती हैं. यह ब्लैक फंगस दिमाग तक भी पहुंच सकता है. तब इसके परिणाम बेहद घातक हो सकते हैं.

ब्लैक फंगस से बचने के लिए उपाय

ब्लैक फंगस के परिणाम घातक हैं लेकिन थोड़ा ध्यान रखने से उससे बचा भी जा सकता है. डॉक्टर आफताब सिद्दीकी ने बताया कि कोरोना से उबरने के बाद गुनगुने पानी में नमक मिलाकर इसकी तीन चार बूंदें रात को सोते वक्त नाक में डालनी होगी. नमक वाले पानी से नियमित तौर पर गरारे भी करने होंगे. बीटाडीन की डाइल्यूट की हुई दो-तीन बूंद भी नाक में डाल सकते हैं. यह भी बेहद कारगर है. इस तरह आप ब्लैक फंगस के खतरों को रोक सकते हैं. कोरोना ठीक होने के बाद लगभग 1 महीने तक ऐसे करना होगा.

कोरबा: कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त होने के बाद भी लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. थकान, कमजोरी, बाल झड़ना जैसी कॉमन समस्याओं से कोरोना से उबर चुके मरीज जूझ रहे हैं. कोविड पॉजिटिव होने, इससे उबरने के दौरान भी वायरस के साइड इफेक्ट को समझना होगा. समय रहते पोस्ट कोविड भी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और इलाज कराना चाहिए.

पोस्ट कोविड में लापरवाही भी पड़ सकती है भारी

खतरनाक हो सकती है लापरवाही

पोस्ट कोविड कोताही बरतने के परिणाम बेहद घातक हो सकते हैं. कोरोना से उबरने के बाद बीमारियों से उपजी परिस्थितियां जानलेवा साबित हो सकती हैं. सामान्य और गंभीर तरीके से बीमार हुए और ठीक होने वाले मरीजों को अपना ध्यान रखने की जरूरत है.

बाल झड़ने के साथ ही रैशेस की आ सकती है समस्या

कोरोना से ठीक होने के बाद मरीजों में बाल झड़ने की समस्या आ रही है. डॉक्टर बताते हैं कि 2 से 3 महीने बाद गुच्छे में बाल झड़ते हैं. डॉक्टर की मानें तो अगर समय पर इलाज नहीं किया गया तो 40 से 50 फीसदी बाल झड़ सकते हैं. इसके अलावा शरीर में रैशेस की समस्या होती है. इसका भी समय पर इलाज जरूरी है. कोविड के बाद इससे ठीक होने में समय ज्यादा लग रहा है.

खांसी भी कर सकती है परेशान

कोरोना से उबरने के 10 से 15 दिनों के बाद मरीजों को तेज खांसी की शिकायत होती है. यह सामान्य दिनों से लंबी रह सकती है. 1 से 2 महीने तक मरीज खांसी से पीड़ित रह सकते हैं. इससे उबरने के लिए भी तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना होगा.

ब्लैक फंगस के लक्षण दिखते ही करें डॉक्टर से संपर्क

हाल ही में ब्लैक फंगस पोस्ट कोविड के जो सबसे घातक साइड इफेक्ट के रूप में सामने आया है. ब्लैक फंगस की शुरुआत में आंख के नीचे लाल रंग के निशान पड़ जाते हैं. आंख और सिर में तेज दर्द हो सकता है. डॉक्टर कहते हैं ऐसा होते ही तत्काल नाक, कान, गले वाले डॉक्टर से मिलना चाहिए. क्योंकि गाल की धामनिया दिमाग से जुड़ी होती हैं. यह ब्लैक फंगस दिमाग तक भी पहुंच सकता है. तब इसके परिणाम बेहद घातक हो सकते हैं.

ब्लैक फंगस से बचने के लिए उपाय

ब्लैक फंगस के परिणाम घातक हैं लेकिन थोड़ा ध्यान रखने से उससे बचा भी जा सकता है. डॉक्टर आफताब सिद्दीकी ने बताया कि कोरोना से उबरने के बाद गुनगुने पानी में नमक मिलाकर इसकी तीन चार बूंदें रात को सोते वक्त नाक में डालनी होगी. नमक वाले पानी से नियमित तौर पर गरारे भी करने होंगे. बीटाडीन की डाइल्यूट की हुई दो-तीन बूंद भी नाक में डाल सकते हैं. यह भी बेहद कारगर है. इस तरह आप ब्लैक फंगस के खतरों को रोक सकते हैं. कोरोना ठीक होने के बाद लगभग 1 महीने तक ऐसे करना होगा.

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