कोरबा: शहर के रामपुर शराब दुकान को बंद कराने के लिए स्थानीय महिलाएं पिछले 10 दिनों से आंदोलन कर रही हैं. जिसका समर्थन करने 11वें दिन पूर्व गृहमंत्री और वर्तमान विधायक ननकीराम कंवर आंदोलन स्थल पहुंचे. ननकीराम कंवर की मौजूदगी में शराब दुकान के विरुद्ध आक्रोशित महिलाओं ने दुकान में ताला जड़ दिया.
शराब दुकान में तैनात कर्मचारी दुकान से बाहर निकल गए थे. कुछ देर बाद आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त भी मौके पर पहुंचे. लेकिन शराब दुकान को बंद कर कहीं और स्थानांतरित करने के लिए निर्णय लेने में असमर्थता जताई. जिसके बाद देर शाम ननकीराम कंवर सहित स्थानीय निवासियों ने आईटीआई पुल पर चक्का जाम कर दिया.
लंबे समय से दुकान को हटाने की मांग : रामपुर में संचालित शराब दुकान को यहां से हटाने की मांग यहां के निवासी लंबे समय से कर रहे हैं. शराब दुकान रिहायशी इलाके के समीप है. यहां से कुछ ही दूरी पर कलेक्ट्रेट और न्यायालय भी स्थापित है. बावजूद इसके यहां शराब दुकान का संचालन विगत कई वर्षों से किया जा रहा है. शाम होते ही मुख्य सड़क पर शराब पीने वालों का मजमा लगा रहता है. आसपास कई चखना दुकानें भी संचालित हैं. हाल ही में दुकानों के विरुद्ध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी. लेकिन वार्डवासी शराब दुकान को हटाने की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर महिलाओं ने गांधीगिरी कर शराब दुकान पहुंचने वाले लोगों को गुलाब फूल देकर उन्हें शर्मिंदा करने का आंदोलन शुरू किया.लगातार धरना प्रदर्शन, भजन कीर्तन के साथ महिलाओं के आंदोलन का शुक्रवार को 11वां दिन था.
यह भी पढ़ें: पेड़ पर उगती है 'बोहार भाजी' चिकन-मटन से अधिक कीमत देकर खरीदते हैं लोग, जानिए इसकी खासियत
31 मार्च को नहीं किया बंद इसलिए जड़ा ताला: पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने कहा कि इस आंदोलन पर मेरी नजर बनी हुई है. स्थानीय महिलाओं से लगातार में संपर्क में हूं. आंदोलन को मेरा पूरा समर्थन है.विभाग और अधिकारियों ने हमसे कहा था कि 31 मार्च को शराब दुकान को बंद कर दिया जाएगा, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. जिसके कारण ही आक्रोशित महिलाओं ने शराब दुकान में ताला जड़ दिया है.
देर शाम किया चक्का जाम: आक्रोशित महिलाओं ने कहा कि 31 मार्च तक विभाग ने अपना वादा पूरा नहीं किया. जिसके कारण ननकीराम के साथ ही स्थानीय निवासी आईटीआई रामपुर चौक पर धरने पर बैठ गए हैं. आईटीआई चौक पर मौजूद पुल शहर को बालको क्षेत्र से जोड़ता है. यहीं स्थानीय लोगों ने चक्का जाम कर दिया है.
नहीं ले सकता बंद करने का निर्णय: आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त गंभीर सिंह ने नुरूटी ने बताया कि शराब बंद करने के लिए महिलाओं का आंदोलन चल रहा है. मैं शासन के प्रतिनिधि के तौर पर आंदोलन स्थल पर पहुंचा हूं और उन्हें नियमों से अवगत कराया है. जैसा भी उच्चाधिकारियों का निर्णय होगा, उसके अनुसार ही काम किया जा सकता है. शराब दुकान बंद करने या इसे स्थानांतरित करने के विषय में निर्णय लेने के लिए मैं सक्षम नहीं हूं.