कोरबा: जिले में एक दिन पहले राताखार निवासी महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की लिखित शिकायत SP से की थी. मामला बेहद पेचीदा था, जिसमें 6 जून को दुष्कर्म की आशंका महिला ने व्यक्त की थी. जबकि पुलिस ने नाबालिग के साथ मौके पर मौजूद उसके बॉयफ्रेंड अमृत लाल का बयान दर्ज किया है. प्रारंभिक जांच में पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म जैसी किसी घटना के होने से इनकार करते हुए सड़क दुर्घटना का केस दर्ज किया है.
क्या है पूरा मामला
महिला के आवेदन के अनुसार 6 जून को पीड़ित नाबालिग अपने पुरुष मित्र के साथ सर्वमंगला मंदिर की तरफ घूमने गई थी. नाबालिग की मां की शिकायत के अनुसार इसी दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने उनकी बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है. नाबालिग के साथ मौजूद दोस्त के साथ भी बुरी तरह से मारपीट की गई. हत्या करने के इरादे से गाड़ी को भी उनके ऊपर चढ़ा दिया गया. जिससे नाबालिग के दोस्त के पैर में गंभीर चोट आई है. शिकायत में एक कैंपर वाहन क्रमांक सीजी 12 ई 0624 का भी जिक्र है. जिनकी गाड़ी है उन पर सामूहिक रूप से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिए जाने का जिक्र आवेदन में किया गया है. महिला ने पुलिस को लिखे गए आवेदन में उल्लेख किया है कि उनकी बेटी के साथ वाहन चालकों और उसके सहयोगियों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है.
पीड़ित पक्ष और पुलिस की जांच में घटनास्थल अलग-अलग
जबकि पुलिस की तरफ से शुरू की गई जांच में आवेदन में बताये गए समय और घटनास्थल पूरी तरह से अलग पाए गए हैं. 6 जून को 108 वाहन ने कनकी के पास से नाबालिग और उसके बॉयफ्रेंड को एक साथ अस्पताल पहुंचाया था. आसपास के ग्रामीणों की मौजूदगी में दोनों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया था. जबकि महिला ने सर्वमंगला स्थित गार्डन में सामूहिक दुष्कर्म की घटना का जिक्र किया है. समय शाम के 5 से 6 बजे बीच में लिखा है.
पुलिस का तर्क है कि शाम के समय बताए गए स्थान पर काफी चहल-पहल रहती है. पुलिस चौकी भी चंद कदम की दूरी पर है. यदि घटना होती तो पीड़ित सबसे पहले कुछ कदम पर स्थित चौकी जरूर पहुंचते. ऐसे में सामूहिक दुष्कर्म जैसी संगीन वारदात यहां घटित होना संभव नहीं लगता.
सड़क दुर्घटना का मामला दर्ज
इस पेचीदा मामले में नाबालिग के साथ मौजूद बॉयफ्रेंड अमृतलाल को प्रार्थी बनाकर पुलिस ने कैंपर वाहन क्रमांक सीजी 12 ई 0624 व इसके चालकों के खिलाफ सड़क दुर्घटना का मामला दर्ज किया है. जिसके आधार पर जांच की जा रही है. अमृत लाल ने पुलिस को दिए अपने बयान में साफ तौर पर यह जिक्र किया है कि वह नाबालिग को लेकर सर्वमंगला मंदिर के आगे कनकी की ओर घूमने गया था. एक जगह पर दोनों बैठकर बात कर रहे थे. इसी दौरान कुछ लोग आए और उनसे कहासुनी हुई. जिसके बाद वे वापस लौटने लगे. इतने में ही पीछे से एक कैंपर वाहन ने उन्हें ठोकर मार दी. यह पूरी तरह से एक सड़क दुर्घटना का मामला है. लड़की के साथ किसी भी तरह का दुष्कर्म या छेड़खानी जैसी घटना नहीं हुई है.
महिला ने की बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत, पुलिस ने कहा अब तक कोई सूचना देने नहीं आया
महिला ने बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत क्यों की?
इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि एक मां अपनी बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म होने की शिकायत क्यों कर रही है. जिसके आधार पर पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया है. मामला दर्ज करने लायक कोई तथ्य या साक्ष्य भी पुलिस को नहीं मिले हैं. यह शिकायत किस आधार पर की गई? क्या उसकी बेटी ने पूरी घटना बताई? किन परिस्थितियों में यह आवेदन लिखा गया? घटनास्थल पर वास्तव में क्या हुआ ? क्या वास्तव में सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है?
यदि ऐसा हुआ है तो वह कौन लोग थे? इन सवालों के जवाब अभी भी नहीं मिले हैं.
नाबालिग अब भी बयान देने की स्थिति में नहीं
घटना के 6 दिन बाद भी 16 वर्षीय नाबालिग किशोरी बयान देने की स्थिति में नहीं है. उसका उपचार मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया जा रहा है. फिलहाल पुलिस ने सड़क दुर्घटना का अपराध दर्ज किया है. आगे की कार्रवाई अब पूरी तरह से नाबालिग के बयान और मेडिकल चेकअप पर टिकी हुई है. हालांकि पुलिस की मानें तो जिस चिकित्सक ने किशोरी का इलाज किया है. उससे भी पुलिस ने जानकारी ली है. डॉक्टर ने बताया कि किशोरी के साथ दुष्कर्म किए जाने जैसे कोई भी साक्ष्य नहीं मिले हैं. जो चोट आई हैं, वह सड़क दुर्घटना में घायल होने की वजह से लगी है.
फिलहाल सड़क दुर्घटना का मामला दर्ज, जांच जारी
इस मामले में ASP कीर्तन राठौर का कहना है कि फिलहाल नाबालिग के दोस्त के बयान व प्रारंभिक जांच के आधार पर सड़क दुर्घटना का मामला दर्ज किया गया है. किशोरी फिलहाल बयान देने की स्थिति में नहीं है, जब उसे होश आएगा तब उसका बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. मामले में हर पहलू के मद्देनजर गंभीरता से जांच की जा रही है.