कोरबा: जिला जेल में इस बार भी रक्षाबंधन पर्व औपचारिक रूप से मनाया गया. कोविड-19 महामारी को देखते हुए यहां पर अनावश्यक भीड़ नहीं जुटी. जेल प्रबंधन ने रक्षाबंधन के लिए पहले से समय तय कर रखा था. इस दौरान कैदियों को प्रबंधन द्वारा विशेष भोजन दिया गया, लेकिन इसमें मिठाई का कोई स्थान नहीं था.
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कोरबा जेल में रक्षाबंधन का त्यौहार फीका
भाई बहन के अटूट रिश्ते को समर्पित रक्षाबंधन पर्व धूमधाम से मनाने की परंपरा है. इस मौके पर भाइयों की कुशलता की कामना करते हुए बहने उनकी कलाई पर राखी बांधती हैं. इसके बदले में भाई उन्हें सुरक्षा का वचन देते हैं. इस मौके पर उपहार देने की भी परंपरा है. घरों में यह पर्व विशेष उत्साह के साथ मनाया गया. लेकिन कोरोना की वजह से इस बार जेल में इस पर्व का रंग फीका नजर आया.
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प्रिजनर्स कॉलिंग सिस्टम से हुई बात
कोरबा जेल में रविवार को बहने अपने भाइयों के लिए राखी लेकर आई. लेकिन उस राखी को बंद लिफाफे में जेल के अंदर पहुंचाया गया. जेलर ने बताया कि इस मौके पर प्रिजनर्स कॉलिंग सिस्टम के तहत कैदियों को उनके परिजनों से 5 या 10 मिनट के लिए बातचीत का मौका दिया गया. लेकिन उनकी मुलाकात नहीं कराई जा सकी. बहन और भाई एक दूसरे से मिल नहीं पाए. त्योहारों पर बंदियों को जेल की चारदीवारी में भी अपनेपन का एहसास हो सके, इसके लिए जेल प्रबंधन ने कई तरह की व्यवस्थाएं की. जेल प्रबंधन द्वारा कैदियों के लिए विशेष भोजन की व्यवस्था की गई लेकिन कोरोना के प्रभाव को देखते हुए मिठाई का उपयोग करने पर प्रतिबंध कायम रहा.