कोरबा: एलुमिनियम एंप्लाइज यूनियन (एटक) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बालको नगर ब्रांच कोरबा ने संयुक्त रूप से शहीद भगत सिंह की जयंती मनाई. मजदूर नेताओं ने कहा कि भगत सिंह का योगदान आजादी के लिए अद्वितीय था. उनका दिया गया इंकलाब का नारा बेहद खास हैं.
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28 सितंबर की श्याम बालकों के मजदूर नेताओं ने शहीद-ए-आजम महान क्रांतिवीर भारत माता के सच्चे वीर सपूत शहीद भगत सिंह की 114 वी जयंती मनाई.मजदूर नेताओं ने महान क्रांतिकारी भगत सिंह की कुर्बानी को अमिट बनाए रखने का संकल्प लिया. इस दौरान मजदूर नेताओं ने कहा कि भगत सिंह ने मात्र 23 वर्ष की उम्र में जिन सामाजिक मूल्यों और उसूलों को प्राप्त करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, उसकी प्राप्ति की जिम्मेदारी वर्तमान युवा पीढ़ी पर बढ़ जाती है.
भगत सिंह के बलिदान को किया याद
भगत सिंह ने तत्कालीन समाज में व्याप्त आर्थिक विषमता ,छुआछूत, रंगभेद ,साम्राज्यवाद , नव उपनिवेशवाद और बाल श्रम किसानों, मजदूरों पर होने वाले शोषण के विरुद्ध आवाज उठाई. सामाजिक कुरीतियों, इंसान का इंसान पर हुकूमत और अंग्रेजी साम्राज्यवाद को समाप्त करने की उनकी अदम्य साहस के साथ क्रांतिकारी कदम के फलस्वरूप अंग्रेजों ने उन्हें फांसी पर लटका दिया. भगत सिंह ने असेंबली में बम इसलिए फेंका ताकि जन सुधार बिल और उद्योगिक विवाद बिल, जिस का उद्देश्य नवयुवकों को आंदोलन से रोकना और मजदूरों को हड़ताल से रोकना था, पारित ना हो सकें.
वर्तमान परिस्थिति में भगत सिंह की सार्थकता कहीं अधिक बढ़ जाती है. जब किसानों, मजदूरों ,छात्रों पर सरकार लगातार हमले किए जा रही है. किसानों, मजदूरों के हड़ताल करने के जनवादी अधिकार छीने जा रहे हैं. इस अवसर पर एटक के प्रदेश महासचिव कामरेड हरिनाथ सिंह ,भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कोरबा जिला सचिव कामरेड एमएल रजक, एलुमिनियम एंप्लाइज यूनियन(एटक) के महासचिव कामरेड सुनील सिंह, सीपीआई बाल्को नगर ब्रांच के सचिव संतोष सिंह, कॉमरेड पीके वर्मा ,कॉमरेड रामायण प्रसाद यादव, लालमन सिंह, धर्मेंद्र तिवारी, अमित मंडल, तबरेज अहमद, लंबोदर भट्ट और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.