कोरबा: एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट पेश करेंगी. आम लोगों को इससे काफी उम्मीदें हैं. खासतौर पर औद्योगिक नगर कोरबा में बजट को लेकर लोगों में उत्साह रहता है. आम बजट से देश के सभी क्षेत्र को राहत की उम्मीद रहती है. तो आइये जानते हैं कि कोरबा निवासियों की बजट से क्या उम्मीदें हैं.
महंगाई पर लगे लगाम: गृहणी विद्या चंदानी ने बताया कि "महंगाई दिनोंदिन बढ़ रही है. ऐसे में रसोई का खर्च उठाना मुश्किल हो जाता है. तेल, दाल या फिर एलपीजी सिलेंडर हो. इसके दाम आसमान छू रहे हैं. ऐसे में घर का बजट बिगड़ जाता है. हम यही चाहेंगे कि महंगाई पर लगाम लगाने के लिए बजट में ठोस कदम उठाया जाए. वित्त मंत्री इस बार गृहणियों को ध्यान में रखकर बजट पेश करें".
लोकलुभावन नहीं, जनता के हित में हो बजट: वरिष्ठ नागरिक छेदीलाल अग्रवाल कहते हैं कि "चुनाव करीब है, इसलिए इस बजट के लोकलुभावन होने के पूरे आसार हैं. लेकिन ऐसा होना नहीं चाहिए. बजट आम जनता को राहत प्रदान करने वाला होना चाहिए. टैक्स स्लैब में भी कुछ छूट मिलनी चाहिए. किसान चाहते हैं कि उन्हें अधिक मूल्य मिले, लेकिन सरकार टैक्स से पैसा वसूलकर देश भर में लोगों को राहत देने का काम करती है. इसी से पूरा देश चलता है. इसके अलावा कोई सिस्टम नहीं है. इसलिए बजट जनता के हित में होना चाहिए."
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मध्यमवर्गीय जनता पर हो चुका: महिला संगठन की अध्यक्ष सुधा झा कहती है कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हमें काफी उम्मीदें हैं. इस बार का बजट मध्यमवर्गीय पर फोकस करके बनाया जाना चाहिए. हम देखते हैं कि बजट में जो अमीर है या फिर एकदम गरीब है, उन्हें ध्यान में रखा जाता है. लेकिन मध्यम वर्गीय लोगों के हितों की उपेक्षा की जाती है. इसलिए मैं चाहती हूं कि इस बार का बजट पूरी तरह से मध्यमवर्गीय जनता को ध्यान में रखकर बनाया जाना चाहिए."