कोरबा: छत्तीसगढ़ में चुनावी बिसात बिछ चुकी है. उम्मीदवारों की स्थिति अब लगभग साफ है. कोरबा जिले के कटघोरा विधानसभा सीट ऐसी हैस, जो भू विस्थापितों के लिए जानी जाती है. यहां एशिया के सबसे बड़े कोयला खदान मौजूद है. राजनीति के नजरिये से कांग्रेस इस सामान्य सीट पर आदिवासी चेहरे को उतारती रही है. 6 बार इस क्षेत्र के विधायक बोधराम कंवर रह चुके हैं. वर्तमान में उनके सुपुत्र पुरुषोत्तम कंवर विधायक हैं. अब बीजेपी ने यहां एक नए चेहरे प्रेमचंद पटेल को मैदान में उतारा है. दोनों के बीच मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद है. ईटीवी भारत ने बीजेपी के नए चेहरे प्रेमचंद पटेल से खास बात की है.
सवाल: भाजपा की टिकट के लिए कई दिग्गज लाइन में थे, पार्टी ने आप पर भरोसा जताया, क्या मुद्दे होंगे?
जवाब: मुद्दे तो कई सारे हैं. मैं नया चेहरा जरूर हूं, लेकिन भाजपा संगठन से लड़ने वाली पार्टी है. घोषणा पत्र में जो वादे कांग्रेस सरकार ने किए थे. वह अब तक अधूरे हैं. कटघोरा क्षेत्र में कई काम नहीं हुए हैं. इसलिए अधूरे वादों को हम मुद्दा बनाएंगे. कटघोरा के हित में जो भी होगा, हम वह सब काम करेंगे.
सवाल: आपके खिलाफ में कटघोरा से छह बार विधायक रह चुके बोधराम कंवर के विधायक पुत्र पुरुषोत्तम कंवर हैं, कैसे करेंगे मुकाबला?
जवाब: देखिए, उनके पिता छह बार विधायक रहे, पालीतानाखार को मिलाकर वह सात बार विधायक रह चुके हैं. उनके पुत्र वर्तमान में विधायक हैं. लेकिन बीजेपी एक ऐसी पार्टी है, जो संगठन आधारित पार्टी है. बीजेपी में व्यक्ति नहीं एक संगठन चुनाव लड़ता है. मेरे साथ सभी का आशीर्वाद है. सभी को साथ में लेकर मैं चुनावी मैदान में उतरा, इसलिए मुझे उम्मीद है कि मुझे जीत जरूर मिलेगी.
सवाल: पंचायत चुनाव में अपने विधायक के परिवार की एक महिला को हराया था, टिकट मिलने का कारण यह तो नहीं?
जवाब: जिला पंचायत के चुनाव में क्षेत्र क्रमांक 7 से मैने वर्तमान विधायक की बहू को हराया था. यह बात सच है. वर्तमान में मैं जिला पंचायत सदस्य हूं. लेकिन टिकट मुझे किस कारण से मिला, यह मुझे नहीं पता है. संगठन ने मुझ पर भरोसा जताया है. सब मेरे साथ हैं, मुझे सर्वसमाज का आशीर्वाद मिल रहा है. इसके कारण ही मुझे जीत की उम्मीद हुई है.
सवाल: सामान्य सीट होने के बाद भी कटघोरा से एक आदिवासी चेहरे को कांग्रेस चुनावी मैदान उतरती है, जातिगत समीकरण क्या हैं?
जवाब: पिछले चुनाव में जातिगत समीकरण के कारण ही पुरुषोत्तम कंवर को जीत मिली थी. लेकिन इस बार जिस समाज ने पुरुषोत्तम को वोट किया था. अब वह उनसे नाराज चल रहे हैं. जातिगत समीकरण की बात की जाए या सर्व समाज की इस बार हर तबका मेरे समर्थन में है. इस बार के चुनाव में पिछले बार वाले जातीगत समीकरण काम नहीं करेंगे.
सवाल: कटघोरा में भू स्थापितों का मुद्दा हो, या जिला बनाने की मांग, इसे पूरा करने के लिए आप किस तरह काम करेंगे?
जवाब: कटघोरा में भू स्थापितों के मुआवजा, पुनर्वास जैसी मांगे वर्षों से लंबित हैं. विधायक ने वादा पूरा नहीं किया, वह इतने साल विधायक रहे. लेकिन लोगों की परेशानी बरकरार है. कटघोरा को जिला बनाने की मांग कांग्रेस के घोषणा पत्र में तो नहीं थी. लेकिन कटघोरा के विधायक पुरुषोत्तम ने यह वादा किया था. उनका यह वाला अधूरा है. हम इस मुद्दे को लेकर जनता तक जाएंगे और इस दिशा में हम अपना पूरा प्रयास करेंगे.