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कोरबा: केंद्रीय मंत्री के सामने मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना, लगाया उपेक्षा का आरोप - केंद्र सरकार पर निशाना

कोरबा: राज्य की कांग्रेस अब केंद्र सरकार से सीधे टकराने के मूड में आ गई है. शुक्रवार को सिपेट का उद्घाटन कार्यक्रम था. जिसमें केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा और बीजेपी सांसद बंसीलाल महतो के साथ छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल शामिल होने पहुंचे थे.

लोगों को संबोधित करते जयसिंह अग्रवाल
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Published : Feb 23, 2019, 4:57 PM IST

Updated : Feb 23, 2019, 6:58 PM IST

कार्यक्रम में एक-एक करके सभी मंत्री और सांसद लोगों को संबोधित कर रहे थे. संबोधन कार्यक्रम में उमेश पटेल ने कोरबा में सिपेट के लिए केंद्र सरकार का आभार जताते हुए प्रदेश में एक और सिपेट खोलने की मांग की. इसके बाद जब छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल मंच पर लोगों को संबोधित करने पहुंचे तो उन्होंने केंद्रीय मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा के सामने ही केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कोरबा की उपेक्षा का आरोप लगा दिया.

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जयसिंह अग्रवाल ने सिपेट की बिल्डिंग पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि, इस बिल्डिंग को पहले एजुकेशन हब बनाना था, लेकिन जब इसके लिए बच्चे नहीं मिले तो तत्कालीन राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से इस बिल्डिंग में सिपेट संचालित करने की मांग रखी. जिसपर केंद्र सरकार ने इस मांग को सही बताते हुए इसमें सिपेट संचालन की अनुमति दे दी. जयसिंह अग्रवाल ने बताया कि, बिल्डिंग का निर्माण डीएमएफ से किया गया था. जबकि डीएमएफ का उपयोग जिले में सड़क बनाने और कोयला खदानों से प्रभावित भू-विस्थापितों के लिए खर्च किया जाना है. लेकिन इसका उपयोग केंद्र की योजना के लिए किया गया.

जयसिंह ने मंच से केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, 82 करोड़ की लागत से बने इस बिल्डिंग के 50 प्रतिशत रकम यानी 41 करोड़ रुपये उन्हें वापस चाहिए. जिसे वे जिले के भू-विस्थापितों के उत्थान के लिए खर्च करना चाहते हैं. इसके अलावा अग्रवाल ने जिले में उर्वरक कारखाना नहीं खोले जाने पर भी केंद्र सरकार को निशाने पर लिया. अग्रवाल ने कहा कि, इसके पहले वर्तमान सरकार के ही दो उर्वरक मंत्री जिले का दौरा करके गए हैं और उस समय दोनों ने जिले में उर्वरक कारखाना लगाने का आश्वासन दिया था. इसके लिए निरीक्षण का काम भी कर लिया गया है. लेकिन केंद्र सरकार का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है और आजतक इसपर कोई काम नहीं हुआ है.

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इधर, मंच से अग्रावल के तंज और आरोप पर केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने तो कुछ नहीं बोला, लेकिन अग्रवाल की उर्वरक कारखाना की मांग पर जबाव देते हुए कहा कि, पूर्व के दो मंत्रियों के निरीक्षण का रिपोर्ट उनके पास है और वे जल्द ही इसपर कोई बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं. गौड़ा ने कहा कि उन्हें कारखाना खोलने में कोई एतराज नहीं है, वे जल्द ही कारखाना खोलने की औपचारिक घोषणा करेंगे.

कार्यक्रम में एक-एक करके सभी मंत्री और सांसद लोगों को संबोधित कर रहे थे. संबोधन कार्यक्रम में उमेश पटेल ने कोरबा में सिपेट के लिए केंद्र सरकार का आभार जताते हुए प्रदेश में एक और सिपेट खोलने की मांग की. इसके बाद जब छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल मंच पर लोगों को संबोधित करने पहुंचे तो उन्होंने केंद्रीय मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा के सामने ही केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कोरबा की उपेक्षा का आरोप लगा दिया.

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जयसिंह अग्रवाल ने सिपेट की बिल्डिंग पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि, इस बिल्डिंग को पहले एजुकेशन हब बनाना था, लेकिन जब इसके लिए बच्चे नहीं मिले तो तत्कालीन राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से इस बिल्डिंग में सिपेट संचालित करने की मांग रखी. जिसपर केंद्र सरकार ने इस मांग को सही बताते हुए इसमें सिपेट संचालन की अनुमति दे दी. जयसिंह अग्रवाल ने बताया कि, बिल्डिंग का निर्माण डीएमएफ से किया गया था. जबकि डीएमएफ का उपयोग जिले में सड़क बनाने और कोयला खदानों से प्रभावित भू-विस्थापितों के लिए खर्च किया जाना है. लेकिन इसका उपयोग केंद्र की योजना के लिए किया गया.

जयसिंह ने मंच से केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, 82 करोड़ की लागत से बने इस बिल्डिंग के 50 प्रतिशत रकम यानी 41 करोड़ रुपये उन्हें वापस चाहिए. जिसे वे जिले के भू-विस्थापितों के उत्थान के लिए खर्च करना चाहते हैं. इसके अलावा अग्रवाल ने जिले में उर्वरक कारखाना नहीं खोले जाने पर भी केंद्र सरकार को निशाने पर लिया. अग्रवाल ने कहा कि, इसके पहले वर्तमान सरकार के ही दो उर्वरक मंत्री जिले का दौरा करके गए हैं और उस समय दोनों ने जिले में उर्वरक कारखाना लगाने का आश्वासन दिया था. इसके लिए निरीक्षण का काम भी कर लिया गया है. लेकिन केंद्र सरकार का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है और आजतक इसपर कोई काम नहीं हुआ है.

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इधर, मंच से अग्रावल के तंज और आरोप पर केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने तो कुछ नहीं बोला, लेकिन अग्रवाल की उर्वरक कारखाना की मांग पर जबाव देते हुए कहा कि, पूर्व के दो मंत्रियों के निरीक्षण का रिपोर्ट उनके पास है और वे जल्द ही इसपर कोई बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं. गौड़ा ने कहा कि उन्हें कारखाना खोलने में कोई एतराज नहीं है, वे जल्द ही कारखाना खोलने की औपचारिक घोषणा करेंगे.

Intro:कोरबा में सिपेट के उद्घाटन कार्यक्रम में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। जयसिंह अग्रवाल ने सिपेट में खर्च डीएमएफ के पैसे का 50% वापस करने की मांगा की और उर्वरक कारखाने की मांग को भी प्रमुखता से रखा।


Body:कोरबा सांसद डॉक्टर बंसीलाल महतो के उद्बोधन और प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के धन्यवाद उद्बोधन के बाद जब जयसिंह अग्रवाल की बारी आई, तो उन्होंने केंद्र सरकार पर मीठे शब्दों से ही जमकर वार किया। एक तरफ जहां कांग्रेस के ही मंत्री उमेश पटेल ने कोरबा में बने सिपेट की तारीफ कर रहे थे और एक नए सिपेट की मांग की, तो वहीं दूसरी ओर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल कुछ अलग ही मन बनाकर माइक के सामने पहुंचे। राजस्व मंत्री ने शुरुआत ही कोरबा की हुई उपेक्षा वाली बात से की। आगे अपने उद्बोधन में उन्होंने तुरंत कहा कि इस बिल्डिंग में एजुकेशन हब संचालित होना था, लेकिन जब इसके लिए बच्चे नहीं मिले तो तत्कालीन प्रदेश की भाजपा सरकार ने केंद्र सरकार से इस बिल्डिंग में सिपेट संचालित करने की मांग रखी। केंद्र सरकार ने भी इस मांग को जायज ठहराते हुए सिपेट संचालन की अनुमति दे दी। आज जब सिपेट का उद्घाटन हो गया है तब इस पर जयसिंह अग्रवाल ने कुछ सवाल उठाए। मंत्री जयसिंह अग्रवाल का कहना है कि इस बिल्डिंग का निर्माण डीएमएफ से किया गया था। जिले में डीएमएफ का उपयोग जिले में सड़क बनाने और कोयला खदानों से प्रभावित हुए भू-विस्थापितों को समृद्ध और समर्थ बनाने में किया जाना है, लेकिन इसका उपयोग केंद्र की योजना के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि 82 करोड़ की लागत से इस बिल्डिंग का निर्माण हुआ है, हमें इसका 50% रकम यानी 41 करोड़ वापस चाहिए जिसे हम भू-विस्थापितों के उत्थान के लिए उपयोग कर सकें।
मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने उर्वरक कारखाना नहीं खोले जाने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इसके पहले वर्तमान सरकार के ही दो उर्वरक मंत्री दौरा करके गए थे। उन मंत्रियों ने आश्वासन दिया था कि यहां जल्द कारखाना खोला जाएगा जिसका निरीक्षण भी हो गया था। मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है, अच्छा होगा यदि आचार संहिता लगने से पहले कारखाना खोलने की औपचारिक घोषणा हो जाए। इसकी घोषणा करने से कोरबा के लोग आपका तहे दिल से धन्यवाद करेंगे और आपका कोरबा आना सार्थक हो जाएगा।
हालांकि केंद्रीय मंत्री गौड़ा ने बिल्डिंग निर्माण पर कोई बयान नहीं दिया। लेकिन कारखाना खोलने की मांग पर उन्होंने कहा मेरे पूर्व के दो मंत्री यहां निरीक्षण कर चुके हैं, जिसकी फाइल मेरे पास है और बहुत जल्द हम कारखाना खोलने की औपचारिक घोषणा कर देंगे। उर्वरक कारखाना खोलने में हमें कोई एतराज नहीं है।

बाइट- डी वी सदानंद गौड़ा, केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री, भारत सरकार

एंबिएंस बाइट- जयसिंह अग्रवाल, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन


Conclusion:
Last Updated : Feb 23, 2019, 6:58 PM IST
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