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कोरबा में सरकारी कर्मचारियों ने सिर मुंडवाकर किया प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर हैं. इस कड़ी में कोरबा में कर्मचारियों ने अपने सिर मुंडवाकर और ढोल बजाकर आंदोलन (Government employees protest by shaving heads in Korba) किया.

protest by shaving their heads
सिर मुंडवाकर किया प्रदर्शन
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Published : Jul 28, 2022, 3:06 PM IST

कोरबा: केंद्र सरकार के सरकारी कर्मचारियों के समान डीए और एचआरए को लेकर छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों का हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रहा. इस बीच कोरबा में हड़ताली कर्मचारियों ने अनोखा तरीका अपनाया और सर के बाल सरकार को अर्पण कर (Government employees protest by shaving heads in Korba) दिए. कर्मचारियों ने कहा, "हम हड़ताल रूपी इस यज्ञ में अपने बालों की आहुति दे रहे हैं." "सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि वह हमारे साथ कितनी नाइंसाफी कर रहे हैं. मांगे नहीं मानी तो आंदोलन और भी उग्र हो जाएगा."

कोरबा में सरकारी कर्मचारियों ने सिर मुंडवाकर किया प्रदर्शन

ढोल बजाकर किया प्रदर्शन: कोरबा में तानसेन चौक पर टेंट लगाकर कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. यहां सरकारी कर्मचारी जो गाने बजाने में रुचि रखते हैं, वो बाकायदा वाद्य यंत्रों के साथ हड़ताल स्थल पर पहुंचे. उन्होंने ढोल, मंजीरा और आधुनिक वाद्य यंत्रों के साथ हड़ताल पर बैठे अन्य कर्मचारियों का खूब मनोरंजन भी किया. (government employees strike in korba )

30 कर्मचारियों ने कराया मुंडन: हड़ताल स्थल पर मंच लगाकर एक तरफ गाना बजाना चल रहा था. जहां कुछ कर्मचारी हिंदी के मशहूर गाने में संविधान और बाबा साहब अंबेडकर के लिरिक्स फिट कर समा बांध रहे थे. तो दूसरी ओर नाई को बुलाकर मुंडन कार्यक्रम जारी था. मंच के सामने गाने बजाने के साथ सरकारी कर्मचारी सरकार के खिलाफ ताल ठोंक रहे थे. तो मंच के पीछे एक-एक कर सभी अपना सिर मुंडा रहे थे. शाम होते-होते लगभग 30 सरकारी कर्मचारियों ने सिर के बाल मुंडवा लिए थे. सभी का एक सुर में कहना है कि सरकार हमारी मांगे मान ले, नहीं मानने पर आंदोलन और भी उग्र होगा.

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों का हल्लाबोल, जानिए कब से सरकारी कामकाज रहेगा ठप

केंद्रीय कर्मचारियों के बराबर चाहिए डीए: बता दें कि कोरबा जिला राजस्व कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष जगदीश खरे ने मुंडन की शुरुआत की. जगदीश ने कहा, "प्रांतीय निकाय के आह्वान पर हम अपने 2 सूत्री मांगों पर डटे हुए हैं. महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता की मांगे सरकार पूरी नहीं कर रही है. प्रदेश भर के अधिकारी कर्मचारी जिनकी संख्या लाखों में है. सभी हड़ताल पर हैं, लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही है. सरकार को सत्ता में आये साढ़े 3 साल का समय बीत चुका है.इसके बाद भी हमें महंगाई भत्ता नहीं दिया जा रहा है. केंद्रीय सरकार के आईएएस और आईपीएस को भी सरकार राज्य सरकार ही पेमेंट देती है. लेकिन उन्हें बढ़े हुए दरों पर लाभ मिल रहा है. जबकि हमें इससे वंचित रखा गया है. यह बिल्कुल भी न्यायसंगत नहीं है. सरकार दोहरा रवैया अपना रही है."

मुंडन कराकर जताया विरोध: तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के जिला सचिव नकुल राजवाड़े ने भी सिर के बाल मुंडवा दिए थे. नकुल ने कहा, "प्रदेश भर के कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल पर हैं. आज तीसरा दिन है, लेकिन सरकार से हमें कोई संदेश नहीं मिला है. सरकार हमारी मांगों के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही है. इसके विरोध में ही आज हमने अपने सिर के बाल मुंडवा दिए हैं. फिर चाहे वह जिला स्तर के अधिकारी हो या विकासखंड के सभी एकजुट होकर आंदोलन कर रहे हैं. हमारी मांगे अगर नहीं मानी गई तो हम और भी उग्र आंदोलन करेंगे.

कोरबा: केंद्र सरकार के सरकारी कर्मचारियों के समान डीए और एचआरए को लेकर छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों का हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रहा. इस बीच कोरबा में हड़ताली कर्मचारियों ने अनोखा तरीका अपनाया और सर के बाल सरकार को अर्पण कर (Government employees protest by shaving heads in Korba) दिए. कर्मचारियों ने कहा, "हम हड़ताल रूपी इस यज्ञ में अपने बालों की आहुति दे रहे हैं." "सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि वह हमारे साथ कितनी नाइंसाफी कर रहे हैं. मांगे नहीं मानी तो आंदोलन और भी उग्र हो जाएगा."

कोरबा में सरकारी कर्मचारियों ने सिर मुंडवाकर किया प्रदर्शन

ढोल बजाकर किया प्रदर्शन: कोरबा में तानसेन चौक पर टेंट लगाकर कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. यहां सरकारी कर्मचारी जो गाने बजाने में रुचि रखते हैं, वो बाकायदा वाद्य यंत्रों के साथ हड़ताल स्थल पर पहुंचे. उन्होंने ढोल, मंजीरा और आधुनिक वाद्य यंत्रों के साथ हड़ताल पर बैठे अन्य कर्मचारियों का खूब मनोरंजन भी किया. (government employees strike in korba )

30 कर्मचारियों ने कराया मुंडन: हड़ताल स्थल पर मंच लगाकर एक तरफ गाना बजाना चल रहा था. जहां कुछ कर्मचारी हिंदी के मशहूर गाने में संविधान और बाबा साहब अंबेडकर के लिरिक्स फिट कर समा बांध रहे थे. तो दूसरी ओर नाई को बुलाकर मुंडन कार्यक्रम जारी था. मंच के सामने गाने बजाने के साथ सरकारी कर्मचारी सरकार के खिलाफ ताल ठोंक रहे थे. तो मंच के पीछे एक-एक कर सभी अपना सिर मुंडा रहे थे. शाम होते-होते लगभग 30 सरकारी कर्मचारियों ने सिर के बाल मुंडवा लिए थे. सभी का एक सुर में कहना है कि सरकार हमारी मांगे मान ले, नहीं मानने पर आंदोलन और भी उग्र होगा.

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केंद्रीय कर्मचारियों के बराबर चाहिए डीए: बता दें कि कोरबा जिला राजस्व कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष जगदीश खरे ने मुंडन की शुरुआत की. जगदीश ने कहा, "प्रांतीय निकाय के आह्वान पर हम अपने 2 सूत्री मांगों पर डटे हुए हैं. महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता की मांगे सरकार पूरी नहीं कर रही है. प्रदेश भर के अधिकारी कर्मचारी जिनकी संख्या लाखों में है. सभी हड़ताल पर हैं, लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही है. सरकार को सत्ता में आये साढ़े 3 साल का समय बीत चुका है.इसके बाद भी हमें महंगाई भत्ता नहीं दिया जा रहा है. केंद्रीय सरकार के आईएएस और आईपीएस को भी सरकार राज्य सरकार ही पेमेंट देती है. लेकिन उन्हें बढ़े हुए दरों पर लाभ मिल रहा है. जबकि हमें इससे वंचित रखा गया है. यह बिल्कुल भी न्यायसंगत नहीं है. सरकार दोहरा रवैया अपना रही है."

मुंडन कराकर जताया विरोध: तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के जिला सचिव नकुल राजवाड़े ने भी सिर के बाल मुंडवा दिए थे. नकुल ने कहा, "प्रदेश भर के कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल पर हैं. आज तीसरा दिन है, लेकिन सरकार से हमें कोई संदेश नहीं मिला है. सरकार हमारी मांगों के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही है. इसके विरोध में ही आज हमने अपने सिर के बाल मुंडवा दिए हैं. फिर चाहे वह जिला स्तर के अधिकारी हो या विकासखंड के सभी एकजुट होकर आंदोलन कर रहे हैं. हमारी मांगे अगर नहीं मानी गई तो हम और भी उग्र आंदोलन करेंगे.

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