कोरबा: छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी ने ढेंगुरनाला के पास सड़क निर्माण के लिए राख डंप की है. इस जगह राख डंप कर सड़क निर्माण को अधूरा छोड़ दिया गया है. अब यह राख ढेंगुरनाला के पास पथर्रीपारा और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए मुसीबत का कारण बन गई है.
पावर प्लांट से निकली हुई जहरीली राख आसपास बस्तियों में उड़कर जमा हो जा रही है. गर्मी के मौसम में जरा सी हवा चलने के साथ ही बस्तियों में राख का गुबार उठता है. जिसकी वजह से वायु प्रदूषण तो हो ही रहा है, वहीं आसपास रह रहे लोगों के घरों तक यह राख जा पहुंची है. इस वजह से लोगों में तबीयत बिगड़ने का खतरा बना हुआ है. इस संबंध में वार्ड पार्षद चंद्रलोक सिंह ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. पार्षद ने यहां डंप की गई राखड़ के ऊपर मिट्टी डालने की मांग की है.
3 महीने से सड़क पर बिखरी है राख
ज्ञापन में पार्षद ने उल्लेख किया है कि पथर्रीपारा से कोरबा पूर्व ताप विद्युत संयंत्र के बीच बायपास सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. इस निर्माण कार्य में कोरबा पूर्व ताप विद्युत संयंत्र से निकला हुआ राखड़ सड़क निर्माण के लिए डाला जा रहा है. 3 महीने से सड़क पर राखड़ डालकर छोड़ दिया गया है. हवा चलने से राख उड़कर आसपास बस्तियों के घरों में फैल जाता है. जिससे लोग भारी वायु प्रदूषण की मार झेल रहे हैं. इसके अलावा घर के अंदर रखे खाने के सामान सहित दूसरे कई सामान प्रभावित हो रहे हैं.
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समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
इस संबंध में पार्षद चंद्रलोक सिंह ने बताया कि पॉवर प्लांट की चिमनी से उड़ने वाली राख से लोग पहले ही परेशान हैं. इस बीच विद्युत कंपनी ढेंगुरनाला के किनारे सड़क निर्माण के लिए राखड़ का इस्तेमाल कर रही है. इस राख को खुले में इसी तरह छोड़ दिया गया है. पॉवर प्लांट प्रबंधन पिछले कई दिनों से पानी का छिड़काव कर रहा है. इससे लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन लोग इस समस्या के स्थाई समाधान की मांग कर रहे हैं. चंद्रलोक सिंह ने बताया कि समस्या दूर नहीं होगी, तो बस्तीवासी उग्र आंदोलन करेंगे.